Jamshedpur Surrender: टेल्को हत्याकांड और परसुडीह फायरिंग के मुख्य आरोपी विकास सरदार ने किया सरेंडर, पुलिस को मिले कई अहम सुराग
जमशेदपुर में टेल्को सुनील सिंह हत्याकांड और परसुडीह फायरिंग के मुख्य आरोपी विकास सरदार ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। जानें, कैसे बढ़ा पुलिस का दबाव और क्या हैं इस मामले से जुड़े राज।
जमशेदपुर,9 दिसंबर 2024: जमशेदपुर में टेल्को सुनील सिंह हत्याकांड और परसुडीह में अजीत सिंह पर फायरिंग के मुख्य आरोपी विकास सिंह सरदार ने सोमवार को अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिसिया दबाव और बढ़ती कार्रवाई के चलते विकास ने खुद को कानून के हवाले कर दिया। यह आत्मसमर्पण पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
कैसे बढ़ा दबाव और क्या है घटनाओं की पृष्ठभूमि?
विकास सरदार पर हत्या, लूट और रंगदारी के 10 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन अपराधों में सबसे प्रमुख टेल्को सुनील सिंह हत्याकांड और परसुडीह फायरिंग की घटनाएं हैं, जिनकी वजह से पूरे शहर में दहशत का माहौल बना हुआ था।
1. टेल्को हत्याकांड:
सुनील सिंह की हत्या ने टेल्को इलाके को दहला दिया था। इस हत्या में विकास सरदार को मास्टरमाइंड माना गया, जिसने सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया।
2. परसुडीह फायरिंग:
परसुडीह में अजीत सिंह पर फायरिंग की घटना ने जमशेदपुर को और भी असुरक्षित बना दिया। इस फायरिंग का मकसद आपसी रंजिश और दबदबा कायम करना था।
3. रंगदारी मांगने का मामला:
बिरसानगर के एक कारोबारी से रंगदारी मांगने का आरोप भी विकास पर है। यह मामला विकास के संगठित अपराध गिरोह से जुड़े होने की ओर इशारा करता है।
पुलिस का बढ़ता दबाव और रणनीति
पुलिस ने इन मामलों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शहर और बाहरी इलाकों में लगातार छापेमारी की। विकास के सहयोगी बिट्टू कामत ने पहले ही आत्मसमर्पण कर दिया था। पूछताछ के दौरान पुलिस ने घटना में इस्तेमाल हथियार बरामद कर लिया। बिट्टू से मिली जानकारी ने पुलिस को विकास तक पहुंचने में मदद की।
सरेंडर के बाद क्या?
विकास सरदार के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस को कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। पुलिस यह जांच कर रही है कि:
- क्या विकास किसी संगठित अपराध गिरोह से जुड़ा हुआ था?
- क्या हत्याकांड और फायरिंग के पीछे कोई बड़ा आपराधिक षड्यंत्र है?
- घटना में और कौन-कौन शामिल थे?
शहर में खौफ और उम्मीदें
विकास के आत्मसमर्पण ने शहर में एक ओर राहत की सांस दी है, तो दूसरी ओर यह सवाल भी खड़ा किया है कि ऐसे अपराधियों को संरक्षण कौन देता है। जमशेदपुर पुलिस अब इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश कर रही है।
पुलिस का बयान
जमशेदपुर पुलिस ने कहा,
"हमने अपराधियों पर लगातार दबाव बनाए रखा। विकास का सरेंडर हमारी कड़ी कार्रवाई का नतीजा है। अब पूछताछ में कई और खुलासे होने की संभावना है।"
न्याय की आस
टेल्को हत्याकांड और परसुडीह फायरिंग ने जमशेदपुर के नागरिकों को झकझोर कर रख दिया था। पीड़ित परिवारों को अब न्याय की उम्मीद है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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