Jamshedpur Action: टाटा लीज क्षेत्र में जेएनएसी का ताबड़तोड़ सीलिंग ऑपरेशन, 7 इमारतें हुईं बंद!
जमशेदपुर में टाटा लीज क्षेत्र की सात इमारतों को नक्शा विचलन के चलते जेएनएसी ने सील कर दिया। पूर्व नोटिस के बावजूद नहीं मानी चेतावनी, अब कानूनी कार्रवाई तेज़। जानिए किन इलाकों में चला सीलिंग अभियान।

जमशेदपुर शहर में बिना नक्शे के निर्माण अब नहीं चलेगा! शनिवार को जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (JNAC) ने नक्शा नियमों की अवहेलना करने वाले सात भवनों को सील कर दिया। यह कार्रवाई टाटा लीज क्षेत्र के गोलमुरी और भालूबासा में की गई, जिससे इलाके में हलचल मच गई है।
क्या है मामला?
जेएनएसी ने पहले ही झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के तहत संबंधित भवन स्वामियों और निर्माणकर्ताओं को नोटिस भेजकर चेताया था कि अगर वे स्वीकृत नक्शे से अलग निर्माण करते हैं, तो उन्हें खुद ही अवैध हिस्से को तोड़ना होगा। साथ ही अपना पक्ष भी समिति के सामने प्रस्तुत करने का मौका दिया गया था।
लेकिन जब आदेशों की अनदेखी कर निर्माण कार्य जारी रखा गया, तब जेएनएसी को मजबूर होकर कार्रवाई करनी पड़ी।
कहां-कहां चला सीलिंग अभियान?
डीएमसी के आदेश पर गठित विशेष टीम ने अभियान की शुरुआत गोलमुरी गाढ़ाबासा से की। इसके बाद क्रमशः हिंदू बस्ती, लोहार लाइन, यातायात थाना के समीप आनंद प्रतीक टावर, और भालूबासा में कार्रवाई की गई।
सील की गई प्रमुख इमारतें:
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गोलमुरी हिंदू बस्ती - होल्डिंग नंबर 52
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भालूबासा - होल्डिंग नंबर 214
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आनंद प्रतीक टावर, यातायात थाना के पास
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गोलमुरी लोहार लाइन - होल्डिंग नंबर 03
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गोलमुरी गाढ़ाबासा - होल्डिंग नंबर 584
विशेष बात ये रही कि आनंद प्रतीक टावर के खिलाफ यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले भी जेएनएसी ने अवैध निर्माण पर तोड़फोड़ की थी, लेकिन भवन मालिकों ने दोबारा निर्माण शुरू कर दिया था – इस बार पांचवें तल्ले तक।
कौन थी टीम?
कार्रवाई का नेतृत्व उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार ने किया। उनके आदेश पर गठित टीम में शामिल थे:
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सहायक नगर निवेशक – अनिशा दे
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सिटी मैनेजर – जॉय गुड़िया
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कनीय अभियंता – महेंद्र कुमार प्रधान
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क्षेत्रीय कर्मी – प्रकाश भगत व गणेश राम
इन सभी ने मौके पर जाकर निर्माण कार्य रुकवाया और भवनों को कानूनन सील कर दिया।
इतिहास से सीख?
जेएनएसी समय-समय पर टाटा लीज क्षेत्र में इस तरह की कार्रवाई करती रही है। यह क्षेत्र टाटा स्टील की लीज पर बसा है, जहां भवन निर्माण के लिए विशेष अनुमति और नक्शा पास करवाना अनिवार्य है। अतीत में भी इस इलाके में अवैध निर्माण को लेकर कई बार नोटिस और कार्रवाई होती रही है।
लेकिन बार-बार नियम तोड़ने की प्रवृत्ति ने प्रशासन को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार जेएनएसी की अगली कार्रवाई में और भी कई इमारतें निशाने पर हैं। उप नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि नक्शा नियमों से छेड़छाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यदि भवन मालिक अब भी नहीं चेते, तो आगे जुर्माना, तोड़फोड़ और कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
जमशेदपुर जैसे विकसित होते शहर में अतिक्रमण और अवैध निर्माण एक बड़ी चुनौती है। लेकिन जेएनएसी की इस ताजा कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि अब कोई भी नियम से ऊपर नहीं है। यदि आप भी मकान बनवा रहे हैं, तो स्वीकृत नक्शे के अनुसार ही निर्माण करें – नहीं तो अगली बार सीलिंग की लिस्ट में आपका नंबर भी आ सकता है!
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