Jamshedpur Bhandaara: सूर्य मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, महाभोग वितरण में हुआ ये खास आयोजन!
जमशेदपुर सूर्य मंदिर में श्रीराम कथा और नौ दिवसीय अनुष्ठान के समापन पर हुआ इतिहास का सबसे बड़ा महाभंडारा! जानिए कैसे 15,000 श्रद्धालुओं ने लिया प्रसाद और क्यों बना यह आयोजन इतिहास में खास?
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जमशेदपुर। सूर्य मंदिर समिति, सिदगोड़ा द्वारा आयोजित सात दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा और नौ दिवसीय अनुष्ठान का भव्य समापन शनिवार को विशाल महाभंडारे के साथ हुआ। इस धार्मिक आयोजन में 15,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया, जिससे पूरा परिसर भक्तिमय हो उठा।
इतिहास में पहली बार ऐसा विशाल भंडारा!
सूर्य मंदिर समिति द्वारा आयोजित इस महाभंडारे को इस बार अत्यधिक व्यवस्थित और भव्य बनाया गया। खास बात यह रही कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 20 प्रसाद वितरण काउंटर और 10 शीतल जल काउंटर लगाए गए। पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग स्थानों पर प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई ताकि भीड़ को सुगमता से नियंत्रित किया जा सके।
सूर्य मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पूरे आयोजन की देखरेख की। उन्होंने विभिन्न काउंटरों का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं से बातचीत की और उनके अनुभव जाने। समिति के अन्य प्रमुख सदस्य भी इस विशाल आयोजन को सफल बनाने में जुटे रहे।
महाभंडारे में परोसा गया खास प्रसाद!
भक्तों के लिए विशेष खिचड़ी, सब्जी, चटनी और स्वादिष्ट खीर का महाभोग तैयार किया गया। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा गया और प्रसाद वितरण के लिए कागज की प्लेट और गिलास का उपयोग किया गया।
सामाजिक समरसता की मिसाल!
इस आयोजन में संत निरंकारी मंडल और राधा स्वामी तरण तारण के दर्जनों सदस्य भी सेवा में जुटे रहे और श्रद्धालुओं तक प्रसाद पहुंचाने में सहयोग दिया। महिला और पुरुष स्वयंसेवकों ने पूरे समर्पण भाव से कार्य किया, जिसे देखकर श्रद्धालु भी प्रभावित हुए।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस आयोजन को "ऐतिहासिक" बताते हुए कहा,
"यह महाभंडारा सिर्फ भोजन वितरण का कार्य नहीं था, बल्कि यह भक्तों की श्रद्धा, समर्पण और सामाजिक समरसता का प्रतीक था। नौ दिनों तक चले अनुष्ठान के बाद, हजारों श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण करना एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी, जिसे सफलतापूर्वक संपन्न किया गया।"
ऐतिहासिक रूप से क्यों खास था ये आयोजन?
यह सूर्य मंदिर समिति द्वारा आयोजित सबसे बड़ा महाभंडारा था, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की भागीदारी देखने को मिली। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार की व्यवस्थाएं अधिक भव्य और सुव्यवस्थित थीं। आयोजकों ने बताया कि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से कहीं अधिक रही, जिससे मंदिर समिति को विशेष व्यवस्थाएं करनी पड़ीं।
शहरभर से उमड़े श्रद्धालु, हुआ ऐतिहासिक समापन!
इस आयोजन में जमशेदपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु सूर्य मंदिर पहुंचे। पूरे शहर में इस महाभंडारे की चर्चा रही और लोग बड़ी संख्या में इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बने।
इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख सदस्यों में चंद्रगुप्त सिंह, अखिलेश चौधरी, संजय जायसवाल, ललित ओझा, अमरजीत सिंह राजा, सुशांत पांडा, शैलेश गुप्ता, शशिकांत सिंह, बोलटू सरकार, बंटी अग्रवाल समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे।
श्रद्धालुओं के चेहरे पर संतोष और श्रद्धा की झलक!
नौ दिनों तक चले इस भव्य अनुष्ठान और महाभंडारे के समापन पर श्रद्धालुओं के चेहरे पर संतोष और श्रद्धा की अनोखी चमक देखने को मिली। यह आयोजन सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग का बेहतरीन उदाहरण भी बना।
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