देवघर: बाइक से टक्कर के बाद रातभर सड़क किनारे बेहोश पड़ा रहा टोटो चालक, सुबह स्थानीय लोगों ने पहुंचाया अस्पताल
देवघर के जसीडीह थाना क्षेत्र में टोटो और बाइक की टक्कर में घायल टोटो चालक धनराज तुरी रातभर सड़क किनारे बेहोश पड़ा रहा। सुबह स्थानीय लोगों ने 108 एम्बुलेंस बुलाकर उसे सदर अस्पताल पहुंचाया।
देवघर जिले के जसीडीह थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया, जहां एक टोटो चालक धनराज तुरी को मंगलवार देर रात अनियंत्रित बाइक से टक्कर लगने के बाद रातभर घायल अवस्था में सड़क किनारे पड़ा रहना पड़ा। यह घटना जसीडीह थाना क्षेत्र के चित्तौलोढ़िया स्थित सिमरा डुमरा के पास हुई, जहां टोटो और बाइक के बीच जोरदार टक्कर हो गई।
हादसे की विस्तृत जानकारी:
मधुपुर थाना क्षेत्र के पसिया गांव निवासी धनराज तुरी, जो टोटो चालक है, मंगलवार की रात देवघर से अपने घर की ओर लौट रहा था। रास्ते में एक अनियंत्रित बाइक सवार ने पीछे से आकर उसके टोटो को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे धनराज का टोटो नियंत्रण से बाहर हो गया और पास में रखे ईंट के ढेर से टकरा गया। इस टक्कर में धनराज गंभीर रूप से घायल हो गया और बेहोश हो गया।
धनराज ने बताया कि बाइक सवार टक्कर मारते ही मौके से फरार हो गया, और वह घायल अवस्था में रातभर सड़क किनारे ही पड़ा रहा। उसकी स्थिति इतनी गंभीर थी कि वह किसी से मदद भी नहीं मांग सका।
सुबह मिली मदद:
धनराज रातभर उसी अवस्था में पड़ा रहा और सुबह होते ही आसपास के लोगों ने उसे सड़क किनारे देखा। तब जाकर स्थानीय लोगों ने स्थिति को समझा और तुरंत 108 नंबर एम्बुलेंस को कॉल कर बुलाया। एम्बुलेंस के पहुंचने के बाद उसे देवघर के सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया और अस्पताल में भर्ती कर लिया।
टोटो चालक की हालत:
डॉक्टरों ने बताया कि धनराज को गंभीर चोटें आई हैं, खासकर सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर गहरी चोटें लगी हैं। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उसे पूरी तरह से ठीक होने में समय लग सकता है। धनराज के परिवार को भी इस घटना की सूचना दे दी गई है, और वे जल्द ही अस्पताल पहुंचेंगे।
हादसे के बाद सवाल:
इस हादसे ने एक बार फिर से देवघर जिले में रात के समय होने वाली सड़क दुर्घटनाओं और वाहनों की अनियंत्रित गति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। धनराज तुरी के साथ हुए इस हादसे ने यह सोचने पर मजबूर किया है कि क्यों सड़कों पर रात के समय भी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं होते। यदि समय पर कोई उसे देख लेता, तो उसकी हालत और भी खराब हो सकती थी।
108 एम्बुलेंस सेवा की सराहना:
धनराज तुरी की जान बचाने में 108 एम्बुलेंस सेवा का अहम योगदान रहा। स्थानीय लोगों की जागरूकता और समय पर 108 एम्बुलेंस को कॉल करने से धनराज को समय पर इलाज मिल सका। एम्बुलेंस सेवा ने तुरंत पहुंचकर घायल को अस्पताल पहुंचाया और डॉक्टरों ने उसकी हालत को स्थिर किया।
टक्कर मारने वाला बाइक सवार फरार:
इस हादसे के बाद अब तक टक्कर मारने वाला बाइक सवार फरार है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब फरार बाइक सवार की तलाश कर रही है और उसे जल्द ही गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
इस घटना से यह स्पष्ट हो जाता है कि सड़क पर चलते समय हमें सतर्कता बरतनी चाहिए और अनियंत्रित वाहनों से सावधान रहना चाहिए। धनराज तुरी की किस्मत अच्छी थी कि उसे समय पर इलाज मिल गया, लेकिन इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सभी को सड़कों पर सुरक्षा और सतर्कता के महत्व को समझना होगा।
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