Hazaribagh Arrest: मासूम पर बरपाया कहर, वायरल वीडियो देख सीएम ने दिया एक्शन का आदेश
हजारीबाग के बरही में एक नाबालिग बच्चे की बेरहमी से पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। रसूख के नशे में चूर आरोपी ने मासूम को जिस तरह लहूलुहान किया, उसने पूरे झारखंड को झकझोर कर रख दिया है। आरोपी की गिरफ्तारी और इस पूरे सनसनीखेज घटनाक्रम की पूरी सच्चाई यहाँ उपलब्ध है।
हजारीबाग, 18 दिसंबर 2025 – झारखंड के हजारीबाग जिले से एक ऐसी हृदयविदारक घटना सामने आई है जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। बरही थाना क्षेत्र के हरिनगर मोहल्ले में खेल-खेल में हुई एक मामूली सी बात पर एक 30 वर्षीय युवक ने 11 साल के मासूम बच्चे को इस कदर पीटा कि देखने वालों की रूह कांप गई। इस नृशंसता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया, जिसके बाद सत्ता के गलियारों से लेकर पुलिस महकमे तक खलबली मच गई।
क्रिकेट का खेल और वहशीपन का तांडव
बीते 17 दिसंबर को हरिनगर मोहल्ले में बच्चे रोजाना की तरह क्रिकेट खेल रहे थे। इसी दौरान खेल-खेल में गेंद दूसरे बच्चे को लग गई। यह एक सामान्य सी घटना थी, लेकिन आरोपी अलोक गुप्ता (30 वर्ष) ने इसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया। वह अचानक मैदान में पहुंचा और मासूम बच्चे पर टूट पड़ा।
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चीखता रहा मासूम: चश्मदीदों के अनुसार, बच्चा रहम की भीख मांगता रहा, लेकिन अलोक उसे बेरहमी से पीटता रहा। बच्चे की मां ने जब बेटे के चिल्लाने की आवाज सुनी, तब वह भागकर वहां पहुंची और किसी तरह अपने कलेजे के टुकड़े को उस दरिंदे के चंगुल से बचाया।
इतिहास की झलक: बच्चों के अधिकार और हजारीबाग का समाज
हजारीबाग हमेशा से अपनी शालीनता और शिक्षा के लिए जाना जाता रहा है। झारखंड के इतिहास में बरही एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र रहा है, जहाँ आपसी सौहार्द की मिसालें दी जाती रही हैं। लेकिन हाल के वर्षों में सहनशीलता की कमी और छोटी बातों पर हिंसक होने की प्रवृत्ति समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए भारत में कड़े कानून हैं, फिर भी ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि जमीनी स्तर पर अभी भी बहुत कुछ बदलना बाकी है।
जब सीएम के आदेश पर सक्रिय हुई पुलिस
यह मामला दब जाता, अगर इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल न होता। पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने इस वीडियो को अपने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साझा करते हुए मुख्यमंत्री को टैग किया और त्वरित कार्रवाई की मांग की।
मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच और गिरफ्तारी के आदेश दिए। इसके बाद बरही पुलिस एक्शन मोड में आई। वायरल वीडियो का सत्यापन किया गया और आरोपी के घर नोटिस भेजा गया।
गिरफ्तारी का पूरा घटनाक्रम
| चरण | विवरण |
| घटना की तिथि | 17 दिसंबर 2025 |
| आरोपी का व्यवहार | नोटिस लेने से साफ इनकार कर दिया और परिवार ने सहयोग नहीं किया। |
| पुलिस की रणनीति | बरही पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया। |
| गिरफ्तारी स्थल | हजारीबाग रोड (NH-33) स्थित युवराज होटल के पास। |
| वर्तमान स्थिति | आरोपी अलोक गुप्ता पुलिस की गिरफ्त में है। |
कानून को चुनौती देना पड़ा महंगा
हैरानी की बात यह है कि जब पुलिस ने आरोपी को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजा, तो उसने और उसके परिवार ने उसे लेने से मना कर दिया। उन्हें शायद इस बात का गुमान था कि वे कानून से ऊपर हैं। लेकिन मुख्यमंत्री के सख्त रुख ने पुलिस को खुली छूट दे दी। गुरुवार को एक विशेष टीम ने घेराबंदी की और फरार होने की फिराक में बैठे अलोक गुप्ता को युवराज होटल के पास से दबोच लिया।
निष्कर्ष: समाज के लिए एक कड़ा संदेश
बरही की यह घटना सबक है उन लोगों के लिए जो बच्चों पर हाथ उठाना अपना अधिकार समझते हैं। पुलिस ने साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले अपराधों पर अब पैनी नजर रखी जा रही है। मासूम बच्चे की मां अब भी डरी हुई है, लेकिन उसे न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे कानून को हाथ में न लें, वरना अंजाम अलोक गुप्ता जैसा ही होगा।
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