Attempt to Murder : बड़े भाई ने रची खौफनाक साजिश, परिवार को जलाकर मारने की कोशिश, पुलिस की तत्परता से बची कई जानें
गोरखपुर के कैंपियरगंज में बड़े भाई ने अपने छोटे भाइयों और उनके परिवार को जलाकर मारने की खौफनाक साजिश रची। पुलिस की मुस्तैदी से बड़ी अनहोनी टली। जानें पूरी घटना और गिरफ्तारी की ताजा जानकारी।
गोरखपुर के कैंपियरगंज थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात जो घटना हुई, उसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। बंजरहा गांव में बड़े भाई ने अपने छोटे भाइयों और उनके परिवार को जिंदा जलाने की खौफनाक साजिश रच डाली। पुलिस की मुस्तैदी और तत्परता से न सिर्फ बड़ी अनहोनी टली, बल्कि घायल लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाया गया।
कैसे रची गई साजिश?
गांव के निवासी बेचन ने अपने छोटे भाइयों, उनकी पत्नियों और बच्चों को मारने की योजना बनाई। उसने घर के दरवाजे के नीचे से थिनर डाला और गैस सिलेंडर का पाइप अंदर रखकर गैस छोड़ दी। इसके बाद घर में एक बड़ा विस्फोट हुआ, जिससे बाहरी दीवारें भरभराकर गिर गईं।
घटना के समय घर में मौजूद लोग किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब रहे, लेकिन पांच लोग गंभीर रूप से झुलस गए। ये सभी अब गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं।
पिता को भी नहीं छोड़ा
इस साजिश में बेचन ने अपने पिता को भी निशाना बनाया। उन्होंने छत पर सो रहे पिता को मारने के लिए सीढ़ियों पर ताला लगाकर वहां भी आग लगा दी। यह घटना मानवता को शर्मसार कर देने वाली थी।
पुलिस की तत्परता से बची जानें
घटना की सूचना मिलते ही कैंपियरगंज पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया। क्षेत्राधिकारी (सीओ) गौरव तिवारी ने अभियान की कमान संभाली और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया।
एसपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि यदि किसी को भी आरोपी की जानकारी मिले, तो तुरंत सूचित करें।
गांव में दहशत, पुलिस पर भरोसा
घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने पुलिस की तत्परता की प्रशंसा की। उनका कहना है कि अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई न की होती, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी।
गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन
सीओ कैंपियरगंज गौरव तिवारी के नेतृत्व में पुलिस ने आरोपी की तलाश में बंजरहा और आसपास के गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया। आरोपी की पत्नी शांति निषाद के रिश्तेदारों के यहां भी तलाशी ली गई।
इतिहास में ऐसी घटनाएं
भारत में पारिवारिक विवादों के कारण अपराध की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। यह घटना 1990 के दशक में बिहार के एक मामले की याद दिलाती है, जब एक परिवारिक विवाद ने सामूहिक हत्या का रूप ले लिया था। ऐसे अपराध अक्सर गुस्से और हताशा की चरम सीमा को दर्शाते हैं।
कानूनी कार्रवाई की पहल
एसपी नॉर्थ ने बताया कि बेचन की गिरफ्तारी के बाद उस पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने जनता को भरोसा दिलाया है कि आरोपी को जल्द ही न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
घटनास्थल पर पुलिस का कड़ा पहरा
घटना के बाद से बंजरहा गांव में पुलिस की भारी तैनाती है। मजनू चौकी प्रभारी अमित चौधरी के नेतृत्व में टीम हर संभावित ठिकाने पर छापेमारी कर रही है।
ग्रामीणों का बयान
स्थानीय लोगों का कहना है कि परिवार में पहले भी विवाद होते रहे हैं, लेकिन यह घटना सबको स्तब्ध कर देने वाली थी। उन्होंने पुलिस की त्वरित कार्रवाई को सराहा और कहा कि इसी मुस्तैदी से बड़ी त्रासदी टाली जा सकी।
यह घटना एक बार फिर मानवता को झकझोरने वाली है। जहां एक तरफ यह परिवारिक विवाद के गंभीर परिणामों को उजागर करती है, वहीं दूसरी तरफ पुलिस की तत्परता ने यह साबित कर दिया कि सही समय पर की गई कार्रवाई बड़ी से बड़ी त्रासदी को टाल सकती है।
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