गोरखपुर में फर्जी नाम और पते का खेल: एक ही व्यक्ति दो प्रदेशों में दो नाम से ले रहा लाभ
गोरखपुर में एक व्यक्ति ने दो अलग-अलग नाम और पते का उपयोग कर दो राज्यों में लाभ उठाया है। जांच में सामने आया है कि यह व्यक्ति छत्तीसगढ़ में नौकरी कर पेंशन ले रहा है और उत्तर प्रदेश में जमीन बेच रहा है।
गोरखपुर, 16 सितंबर 2024: गोरखपुर में एक व्यक्ति द्वारा दो प्रदेशों में दो अलग-अलग नाम और पते का उपयोग कर लाभ उठाने का मामला सामने आया है। यह व्यक्ति छत्तीसगढ़ के साउथ इस्टर्न कोल्डफिल्ड्स लिमिटेड के यू जी कालरी, हसदेव हल्दीबाड़ी, कोरिया में नौकरी कर पेंशन का लाभ ले रहा है। वहीं, गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र के जादोपुर में यह व्यक्ति जमीन की बिक्री भी कर रहा है।
साल 2009 में, इस व्यक्ति ने पिपराइच विकास खंड कार्यालय के अधिकारियों और पंचायत सचिव के साथ मिलकर कुटुम्व रजिस्टर में फर्जी तरीके से दो नाम और वल्दियत जोड़वा लिए। इसने खुद को रामसुंदर पुत्र प्रेमनरायन के नाम से छत्तीसगढ़ में पेंशन ले रहा था और उत्तर प्रदेश में रामप्रीत पुत्र लालवचन के नाम से जमीन बेच रहा था।
इसके अलावा, इस व्यक्ति ने अपने पिता के परिवार रजिस्टर में भी हेराफेरी की और लालवचन उर्फ प्रेमनरापन यादव को जोड़वा लिया। हालांकि, रामसुंदर पुत्र प्रेमनरापन यादव पिपराइच क्षेत्र के राजस्व अभिलेख और ग्राम पंचायत की सूची में मौजूद नहीं है।
मामले की शिकायत मण्डलायुक्त को महानंद द्वारा की गई थी। मण्डलायुक्त ने जांच के लिए डीपीआरओ को आदेश दिया, जिन्होंने मामले की जांच ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर को सौंप दी। लेकिन आरोप है कि ब्लॉक डेवलपमेंट अफसर द्वारा मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। इस स्थिति को देखते हुए, एक उच्च स्तरीय जांच की मांग की जा रही है ताकि सत्यता सामने आ सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
गोरखपुर में यह मामला भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े की गंभीर स्थिति को दर्शाता है। इसके चलते प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं और नागरिकों में गहरा असंतोष व्याप्त है।
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