Garhwa Suspense: दुर्गा पूजा में छाया मातम! 48 घंटे में दो युवकों के शव फंदे से लटके मिले, हत्या की आशंका
पलामू प्रमंडल के गढ़वा जिले के संगवरिया गांव में 48 घंटे के भीतर दो युवा, अर्जुन राम (18) और चंद्रशेखर सिंह (19), के शव फंदे पर लटके मिले। एक के अंतिम संस्कार के दौरान दूसरे की मौत की खबर आई। परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस से गहन जांच की मांग।

भक्ति और उल्लास के पर्व दुर्गा पूजा के बीच, पलामू प्रमंडल के गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र अंतर्गत संगवरिया गांव में एक ऐसी विचलित कर देने वाली घटना घटी है, जिसने पूरे इलाके में खुशियों को गहरे मातम में बदल दिया है। 48 घंटों के भीतर, गांव के दो युवा लड़कों के शव फंदे पर लटके मिले हैं। इन दोहरी और रहस्यमय मौतों ने न केवल परिवारों को स्तब्ध कर दिया है, बल्कि गांव में हत्या की आशंका को भी जन्म दिया है।
भारतीय समाज में खासकर युवाओं के बीच आत्महत्या एक गंभीर सामाजिक मुद्दा है, लेकिन एक ही गांव में इतने कम समय के अंतराल में दो युवाओं का फंदे पर लटकना साधारण नहीं माना जा रहा है। पुलिस और प्रशासन के लिए यह मामला अब केवल आत्महत्या की जांच नहीं, बल्कि एक गहन आपराधिक गुत्थी बन चुका है, जिसका खुलासा होना अत्यंत आवश्यक है।
एक की मौत का मातम, दूसरे की खबर
सबसे पहले यह दर्दनाक सिलसिला बुधवार रात को शुरू हुआ। गांव के युवा छात्र अर्जुन राम (18) का शव उसके घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर एक पलाश के पेड़ से झूलता हुआ मिला। अर्जुन आइएससी का छात्र था और हजारीबाग के एकलव्य विद्यालय से मैट्रिक करने के बाद गढ़वा में क्लास और कोचिंग कर रहा था।
अगली रात यानी गुरुवार की रात को, जब अर्जुन राम का अंतिम संस्कार चल रहा था, तभी एक और दुखद खबर ने पूरे गांव को सकते में डाल दिया। अर्जुन के मित्र चंद्रशेखर सिंह (19) का शव अपने ही घर में फंदे पर लटका पाया गया।
48 घंटे के भीतर दो दोस्तों की इस तरह रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो जाना गहरी साजिश की ओर इशारा करता है।
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, पुलिस जांच में जुटी
शुक्रवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम गढ़वा सदर अस्पताल में किया गया। लेकिन अर्जुन राम के परिजनों ने इसे आत्महत्या मानने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने आशंका जताई है कि उनके बेटे की हत्या की गई है।
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परिवार की मांग: अर्जुन के परिजनों ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष और गहन जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
इस दोहरी घटना ने पुलिस जांच की दिशा को और भी जटिल बना दिया है। क्या दोनों मौतें जुड़ी हुई हैं? क्या दोनों युवकों की हत्या करके शवों को लटकाया गया? या दोनों में कोई गहरा संबंध था जिसके चलते एक की मौत के बाद दूसरे ने आत्महत्या कर ली? इन सभी सवालों का जवाब पुलिस को तलाशना है।
सामाजिक और राजनीतिक हस्तियों का दबाव
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व जिप सदस्य सह झामुमो जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र साव, शिक्षक और समाजसेवी रघुराई राम, 20 सूत्री अध्यक्ष शंभू प्रसाद, मुखिया संजय राम, समेत गांव के कई गणमान्य लोग दोनों शोक संतप्त परिवारों को ढांढस बंधाने पहुंचे।
सभी गणमान्य लोगों ने पुलिस से आग्रह किया है कि इन दोनों असामान्य और रहस्यमय मौतों की गहनता से जांच की जाए और जल्द से जल्द घटना का उद्भेदन (खुलासा) किया जाए ताकि गांव में फैली दहशत खत्म हो सके और परिवारों को न्याय मिल सके।
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