Galudih Raid: पुलिस ने मारा छापा, होली से पहले नष्ट की गई सैकड़ों लीटर शराब!
गालूडीह पुलिस ने होली से पहले अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। जानिए कैसे 400 किलो जावा महुआ नष्ट किया गया और पुलिस के इस अभियान से शराब माफियाओं में मचा हड़कंप!

गालूडीह: होली से पहले अवैध शराब कारोबारियों पर पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा अभियान चलाया। मंगलवार को गालूडीह पुलिस ने उल्दा पंचायत के सुसनीगढ़िया गांव में छापेमारी कर अवैध महुआ शराब की भट्ठियों को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान 400 किलो जावा महुआ जब्त किया गया, जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। हालांकि, छापेमारी की भनक लगते ही अवैध शराब बनाने वाले लोग फरार हो गए, लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है।
होली पर बढ़ती है अवैध शराब की बिक्री, पुलिस ने कसी कमर!
होली जैसे बड़े त्योहारों के दौरान अवैध शराब की मांग काफी बढ़ जाती है। इसी वजह से हर साल इस समय अवैध शराब बनाने और बेचने का धंधा जोरों पर रहता है। पुलिस को भी अंदेशा था कि गालूडीह और आसपास के इलाकों में होली से पहले अवैध शराब बनाने का काम तेज हो गया है। थाना प्रभारी इंद्रेश कुमार के मुताबिक, इस बार पुलिस ने पहले ही अभियान तेज कर दिया है ताकि होली के दौरान अवैध शराब की आपूर्ति को रोका जा सके।
महुआ शराब: झारखंड में क्यों है अवैध कारोबार का केंद्र?
झारखंड के ग्रामीण इलाकों में महुआ शराब का अवैध उत्पादन लंबे समय से जारी है। महुआ फूल से बनने वाली यह शराब सस्ती होती है और कई इलाकों में पारंपरिक रूप से इसका इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, बिना लाइसेंस के इसका उत्पादन और बिक्री गैरकानूनी है।
अगर इतिहास की बात करें, तो महुआ शराब का जिक्र ब्रिटिश शासनकाल में भी मिलता है। अंग्रेजों ने इसे टैक्स के दायरे में लाने की कोशिश की थी, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इसका अवैध उत्पादन लगातार जारी रहा। आज भी झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में यह बड़ी संख्या में बनाई और बेची जाती है।
छापेमारी के बाद पुलिस का सख्त संदेश
गालूडीह पुलिस की इस कार्रवाई के बाद इलाके के अवैध शराब कारोबारियों में भय का माहौल है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के अभियान को लगातार जारी रखा जाएगा और अवैध कारोबार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। थाना प्रभारी इंद्रेश कुमार ने स्पष्ट किया कि यह विशेष अभियान होली तक चलता रहेगा ताकि त्योहार के दौरान शराब की अवैध बिक्री को पूरी तरह रोका जा सके।
गांव वालों ने जताई राहत, कहा- नशे से बचेंगे लोग
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई का समर्थन किया है। ग्रामीणों का कहना है कि शराब का अवैध धंधा न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह अपराध और सामाजिक बुराइयों को भी बढ़ावा देता है। कई ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से अनुरोध किया कि इस तरह की छापेमारी को लगातार जारी रखा जाए ताकि आने वाली पीढ़ी को नशे से बचाया जा सके।
अवैध शराब के खिलाफ सरकार की सख्ती
झारखंड सरकार भी राज्य में अवैध शराब के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है। राज्य पुलिस और आबकारी विभाग मिलकर नकली और अवैध शराब पर नकेल कसने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं।
गालूडीह में हुई इस छापेमारी से यह साफ हो गया है कि अब अवैध शराब माफियाओं के दिन लदने वाले हैं। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पुलिस इस अभियान को जारी रख पाती है या फिर कारोबारियों के हौसले फिर से बुलंद हो जाते हैं।
What's Your Reaction?






