Dhanbad Fire: धधकती स्कॉर्पियो, पेट्रोल पंप पर तेल भरते ही उठी लपटें, धनबाद में विस्फोट होते-होते बचा

धनबाद के पुटकी स्थित विनोद इंडियन पेट्रोल पंप पर उस समय मौत का साया मंडरा गया जब तेल भरते समय एक स्कॉर्पियो आग का गोला बन गई। पंप कर्मियों की जांबाजी ने जलती कार को धक्का देकर बाहर निकाला और एक बड़े विस्फोट को रोक लिया जिससे सैकड़ों जिंदगियां काल के गाल में समाने से बच गईं। पेट्रोल पंप पर हुई इस सनसनीखेज घटना और मौत को मात देने वाली सूझबूझ की पूरी हकीकत यहाँ दी गई है।

Dec 20, 2025 - 11:59
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Dhanbad Fire: धधकती स्कॉर्पियो, पेट्रोल पंप पर तेल भरते ही उठी लपटें, धनबाद में विस्फोट होते-होते बचा
Dhanbad Fire: धधकती स्कॉर्पियो, पेट्रोल पंप पर तेल भरते ही उठी लपटें, धनबाद में विस्फोट होते-होते बचा

धनबाद/पुटकी, 20 दिसंबर 2025 – कोयला राजधानी धनबाद के पुटकी थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात एक ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने वहां मौजूद हर शख्स की धड़कनें रोक दीं। चरुड़ीह स्थित विनोद इंडियन पेट्रोल पंप पर जब एक स्कॉर्पियो कार ईंधन भरवा रही थी, तभी अचानक उसमें आग लग गई। पेट्रोल पंप जैसे अति-संवेदनशील स्थान पर लगी इस आग ने एक पल के लिए मौत का सायरन बजा दिया था, लेकिन समय रहते दिखाई गई अदम्य सूझबूझ ने धनबाद को एक बड़े नरसंहार और विस्फोट से बचा लिया। यह घटना एक चेतावनी है कि तकनीक और सुरक्षा के बीच एक छोटी सी चूक कितनी भारी पड़ सकती है।

इतिहास: पेट्रोल पंप और 'शॉर्ट सर्किट' का पुराना खतरा

ऑटोमोबाइल के इतिहास में स्कॉर्पियो जैसी गाड़ियों को अपनी मजबूती के लिए जाना जाता है, लेकिन इंजन के भीतर होने वाले इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट हमेशा से ही एक चुनौती रहे हैं। ऐतिहासिक रूप से पेट्रोल पंपों पर आग लगने की अधिकांश घटनाएं लापरवाही या वाहनों में होने वाली 'वायरिंग लीकेज' की वजह से होती रही हैं। $1990$ के दशक के बाद से पेट्रोल पंपों पर 'फायर सेफ्टी ऑडिट' अनिवार्य किया गया, लेकिन जमीनी स्तर पर पंप कर्मियों की 'क्विक रिस्पांस' ट्रेनिंग ही अक्सर सबसे ज्यादा काम आती है। पुटकी की यह घटना इसी ट्रेनिंग और बहादुरी का एक जीता-जागता उदाहरण है।

तेल भरते ही इंजन बना 'आग का गोला'

घटना शुक्रवार रात की है जब स्कॉर्पियो कार चरुड़ीह स्थित पंप पर पहुँची थी। नोजल कार के टैंक में ही था कि तभी अचानक बोनट के नीचे से काला धुआं निकलने लगा।

  • अफरातफरी का माहौल: देखते ही देखते इंजन के हिस्से से लपटें उठने लगीं। पंप पर मौजूद दर्जनों वाहन चालक और कर्मचारी दहशत में आ गए।

  • जांबाज पंप कर्मी: स्थिति की भयावहता को समझते हुए पंप कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डाली और नोजल हटाकर जलती हुई स्कॉर्पियो को धक्का देकर मुख्य पंप परिसर से बाहर निकाल दिया। अगर यह गाड़ी कुछ सेकंड और वहां रहती, तो आग पेट्रोल टैंक तक पहुँच सकती थी और पूरा इलाका मलबे में तब्दील हो जाता।

शॉर्ट सर्किट या लापरवाही?

शुरुआती जांच में इस भीषण आग का कारण इंजन में हुआ शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अक्सर पुरानी वायरिंग या आफ्टर-मार्केट एक्सेसरीज लगाने से कारों में हीटिंग की समस्या पैदा होती है, जो पेट्रोल पंप जैसी जगहों पर विस्फोटक रूप ले लेती है।

  1. त्वरित कार्रवाई: सूचना मिलते ही पुटकी थाना की पुलिस मौके पर पहुँची और मोर्चा संभाला।

  2. स्थानीय मदद: पुलिस और पंप कर्मियों ने स्थानीय पानी के टैंकरों की मदद से आग पर काबू पाया। राहत की बात यह रही कि कोई भी व्यक्ति इस हादसे में झुलसा नहीं।

घटना का रिपोर्ट कार्ड

विवरण जानकारी
स्थान विनोद इंडियन पेट्रोल पंप, चरुड़ीह (पुटकी)
वाहन स्कॉर्पियो (नुकसान पहुँचा)
संभावित कारण इंजन में शॉर्ट सर्किट
परिणाम कोई हताहत नहीं, बड़ा विस्फोट टला
जांच पुटकी थाना पुलिस द्वारा जारी

पुलिस और सुरक्षा मानकों की समीक्षा

घटना के बाद पुटकी पुलिस ने पेट्रोल पंप के सुरक्षा उपकरणों की भी जांच की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पंप कर्मियों ने कार को बाहर निकालकर जो साहस दिखाया, उसी के कारण आज धनबाद में एक बड़ा हादसा टल गया। फिलहाल स्थिति सामान्य है और पंप पर वाहनों की आवाजाही फिर से शुरू कर दी गई है। हालांकि, कार मालिक को अपनी गाड़ी के फिटनेस और वायरिंग की जांच करवाने के निर्देश दिए गए हैं।

सावधानी ही सबसे बड़ा कवच

पुटकी की यह घटना हमें याद दिलाती है कि पेट्रोल पंप पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करना और इंजन बंद रखने जैसे छोटे नियम कितने महत्वपूर्ण हैं। आग की लपटों के बीच से जिस तरह सुरक्षित रास्ता निकाला गया, वह सराहनीय है, लेकिन यह सवाल भी खड़ा करता है कि क्या हमारी गाड़ियाँ सुरक्षा के मानकों पर खरी उतर रही हैं?

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।