Deoghar: सड़क हादसों में दो की मौत, परिवारों में छाया मातम!
देवघर में अलग-अलग सड़क हादसों में 18 वर्षीय कृष कुमार और 35 वर्षीय गणेश किस्कू की मौत हो गई। जानिए इन दुर्घटनाओं का पूरा विवरण और प्रशासन का रुख।
देवघर, 27 नवंबर 2024: देवघर जिले में हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों ने दो परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया। इन घटनाओं में एक 18 वर्षीय युवक और 35 वर्षीय ग्रामीण चिकित्सक की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।
पहली घटना: मेला से लौटते समय हुआ हादसा
पहली घटना मंगलवार शाम की है, जब कुंडा थाना क्षेत्र के कृष कुमार (18) अपने मित्र आयुष कुमार के साथ बाइक से बूढ़ई मेला देखकर घर लौट रहे थे। जैसे ही वे बूढ़ई–देवीपुर मुख्यमार्ग पर चौधरीडीह के पास पहुंचे, उनकी बाइक की टक्कर एक ऑटो से हो गई। हादसे के बाद दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
देवीपुर पुलिस की मदद से उन्हें तुरंत देवघर सदर अस्पताल ले जाया गया। लेकिन देर रात इलाज के दौरान कृष कुमार ने दम तोड़ दिया। उनका मित्र आयुष कुमार गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।
दूसरी घटना: अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर
दूसरी घटना बुधवार की सुबह की है। देवीपुर बाईपास पर कासीडीह चौक के पास एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार गणेश किस्कू (35) को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि गणेश की मौके पर ही मौत हो गई।
गणेश किस्कू, जो झुंडी गांव का निवासी था, रात में बूढ़ई मेला देखकर घर लौट रहा था। उनकी मौत की खबर ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी देवीपुर थाना प्रभारी संदीप कृष्णा को दी।
परिवारों का दर्द
मृतक कृष कुमार का परिवार अपने होनहार बेटे की असमय मृत्यु से टूट गया है। कृष का सपना था कि वह पढ़ाई पूरी कर अपने परिवार को बेहतर भविष्य दे। वहीं, गणेश किस्कू, जो एक ग्रामीण चिकित्सक थे, अपने परिवार का अकेला सहारा थे। उनकी मृत्यु से उनका परिवार आर्थिक और भावनात्मक रूप से बिखर गया है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
दोनों घटनाओं के बाद पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हादसों की जांच की जा रही है। पुलिस अज्ञात वाहन और ऑटो चालक की तलाश में जुटी है।
सड़क हादसों का बढ़ता खतरा
देवघर और आसपास के इलाकों में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। बढ़ते हादसे इस बात की ओर इशारा करते हैं कि सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही और यातायात नियमों का उल्लंघन आम हो गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन क्षेत्रों में यातायात प्रबंधन को सुधारने की जरूरत है। सड़क पर गति सीमा का पालन, सड़कों की मरम्मत, और यातायात नियमों का सख्ती से पालन ही इन हादसों को रोक सकता है।
स्थानीय लोगों की अपील
स्थानीय लोग अब प्रशासन से सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील कर रहे हैं। हादसे के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है, और लोग अधिक सतर्क हो गए हैं।
क्या कहता है इतिहास?
देवघर, जो धार्मिक स्थलों और मेलों के लिए जाना जाता है, में सड़क हादसों की घटनाएं मेलों के दौरान अक्सर बढ़ जाती हैं। उत्सव के समय यातायात का दबाव और ड्राइवरों की लापरवाही इन हादसों के प्रमुख कारण बनते हैं। प्रशासन को अब इस ओर ध्यान देना होगा कि धार्मिक आयोजन और यातायात व्यवस्था साथ-साथ बेहतर ढंग से प्रबंधित हों।
What's Your Reaction?