बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती सिस्टम, बढ़ेगी मानसून की गतिविधि
बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण के कारण मानसून की गतिविधि में वृद्धि, तटीय तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में बारिश की संभावना।
जमशेदपुर : बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती सिस्टम का असर, मानसून की गतिविधियां बढ़ेंगी
7 नवम्बर 2024: दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर बना चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम की ओर बढ़कर अब मध्य बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों में स्थित हो गया है। यह सिस्टम आगे बढ़कर श्रीलंका और तटीय तमिलनाडु के करीब आने की संभावना है। इस परिसंचरण के चलते आगामी दिनों में मानसून की गतिविधियां तेज हो सकती हैं।
मानसून की सक्रियता में वृद्धि की संभावना
यह चक्रवाती सिस्टम अगले सप्ताह की शुरुआत में दक्षिण प्रायद्वीप से होते हुए तट के दूसरी ओर जाएगा। इस दौरान उत्तर-पूर्वी मानसून की गतिविधि में वृद्धि होगी और यह अगले सप्ताह के अंत तक प्रभावी रहने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से 08 से 10 नवम्बर के बीच तमिलनाडु और केरल के कुछ इलाकों में बारिश शुरू हो सकती है।
बारिश का दौर बढ़ेगा
11 से 15 नवम्बर के बीच इस चक्रवाती सिस्टम की तीव्रता में वृद्धि होने की संभावना है। इस दौरान दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में भी बारिश के आसार हैं। तटीय कर्नाटक में भी मानसून की बारिश का एक संक्षिप्त दौर हो सकता है।
मानसून की बारिश के संभावित क्षेत्र
मानसून की बारिश के लिए चेन्नई, पुडुचेरी, कराईकल, कुड्डालोर, मदुरै, त्रिची, कोयंबटूर, तिरुवनंतपुरम, कोचीन, कोझीकोड, मैंगलोर, बेंगलुरु, मैसूर, हसन, तिरुपति, नेल्लोर और ओंगोल जैसे स्थानों में बारिश हो सकती है। इसके अलावा, दक्षिण प्रायद्वीप के अधिकांश हिस्सों में अगले 10 दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
तटीय क्षेत्रों में विशेष ध्यान
चक्रवाती परिसंचरण का असर तटीय तमिलनाडु और केरल में अधिक देखने को मिल सकता है। यहाँ बारिश और तेज हवाओं के साथ मौसम में गड़बड़ी हो सकती है। अगले कुछ दिनों में यह क्षेत्र मौसम की गतिविधियों के केंद्र में रहेगा।
आगे क्या होगा?
11 और 12 नवम्बर के बीच सिस्टम के दक्षिण प्रायद्वीप क्षेत्र से हटने के बाद, उत्तर-पूर्वी हवाओं की धारा सक्रिय हो जाएगी, जिससे अगले कुछ दिनों तक मानसून की गतिविधियाँ जारी रहेंगी।
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