Chakulia: बैंक ऑफ बड़ौदा ने आयोजित किया वृहत ऋण संवितरण शिविर
बैंक ऑफ बड़ौदा ने चाकुलिया में किसान पखवाड़ा के तहत 1400 लाभार्थियों को 7.50 करोड़ का ऋण वितरित किया। जानें इस खास कार्यक्रम की पूरी जानकारी और उसकी खासियत।
चाकुलिया: बैंक ऑफ बड़ौदा ने 2 दिसंबर 2024 को चाकुलिया ब्लॉक में एक वृहत ऋण संवितरण शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और उनके जीवन स्तर को सुधारना था। इस खास अवसर पर 141 स्वयं सहायता समूहों के 1400 से अधिक लाभार्थियों को कुल 7.50 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया।
कार्यक्रम की प्रमुख बातें
शिविर का उद्घाटन और ऋण स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री शिव पद नायक, उप महाप्रबंधक व्यवसाय विकास, भुवनेश्वर अंचल द्वारा किया गया। उनके साथ इस समारोह में जेएसएलपीएस से बीपीएम महोदया श्रीमती मनीषा लियांगी भी मौजूद रहीं। इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के जमशेदपुर क्षेत्र की छह शाखाओं – चाकुलिया, घाटशिला, गालुडीह, हुल्लूंग, बर्डीकानपुर और जादूगोड़ा ने मिलकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम का महत्व
बैंक ऑफ बड़ौदा का यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक समावेशन और स्वावलंबन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस शिविर के माध्यम से, किसानों और ग्रामीणों को छोटे-मोटे व्यापार, कृषि उत्पादों की बिक्री और अन्य स्वरोजगार के लिए जरूरी वित्तीय सहायता प्रदान की गई।
इतिहास और विस्तार
बैंक ऑफ बड़ौदा ने हमेशा ही ग्रामीण वित्तीय समावेशन के लिए कई कार्यक्रमों का संचालन किया है। इस बैंक का उद्देश्य ना केवल वित्तीय सहायता देना बल्कि ग्रामीण जनता को आत्मनिर्भर बनाना भी है। भारत में बैंकिंग सेवाओं का विस्तार, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, देश की आर्थिक नीति और समावेशिता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
बैंक अधिकारियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में बैंक ऑफ बड़ौदा, जमशेदपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रमुख श्री मनीष प्रकाश सिन्हा और क्षेत्रीय कार्यालय से वित्तीय समावेशन विभाग के कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। साथ ही, शाखा प्रमुख श्री अमित लियो मिंज, श्री लाडूरा सुंडी, श्री अलोक मिश्रा, श्री ओम प्रकाश विभूति, श्री राधानाथ बास्की और श्री अंकुर कुमार ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।
किसान पखवाड़ा का योगदान
किसान पखवाड़ा जैसे आयोजन ग्रामीण समुदायों में विशेष महत्व रखते हैं। यह किसानों को उनके हकों और उनके विकास के लिए आवश्यक संसाधनों के प्रति जागरूक करने का एक प्रभावी तरीका है। बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा आयोजित इस ऋण शिविर ने न केवल आर्थिक समावेशन को बढ़ावा दिया, बल्कि ग्रामीणों के बीच एक नया आत्मविश्वास भी जगाया।
चाकुलिया में आयोजित इस ऋण संवितरण शिविर ने यह साबित कर दिया कि जब सरकारी और बैंकिंग सेक्टर एक साथ मिलकर काम करते हैं, तो ग्रामीण क्षेत्रों का समग्र विकास संभव होता है। बैंक ऑफ बड़ौदा का यह प्रयास ग्रामीणों के लिए एक नई शुरुआत साबित हो सकता है।
What's Your Reaction?