बिहार के अस्पताल में टूटा पैर, प्लास्टर की जगह बंधा कार्डबोर्ड! जानें क्या है ये हैरान कर देने वाली घटना
बिहार के मुजफ्फरपुर में टूटा पैर प्लास्टर की जगह कार्डबोर्ड से बांध दिया गया। जानें इस अजीबोगरीब घटना की पूरी कहानी और मेडिकल लापरवाही का सच।
अगर आप सुनें कि किसी का टूटा पैर प्लास्टर की जगह कार्डबोर्ड से बांधा गया हो, तो यकीन करना मुश्किल होगा। लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर में ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यह घटना मीनापुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई, जहां मोटरसाइकिल दुर्घटना के शिकार नीतीश कुमार के पैर पर प्लास्टर की जगह कार्डबोर्ड का टुकड़ा बांध दिया गया। आइए जानें इस अजीबोगरीब घटना की पूरी कहानी और इसके पीछे की लापरवाही का सच।
कार्डबोर्ड से क्यों बांधा गया पैर?
मोटरसाइकिल दुर्घटना में घायल नीतीश कुमार को मीनापुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था। वहां डॉक्टरों ने उनके टूटे पैर पर मानक प्लास्टर लगाने के बजाय कार्डबोर्ड से पट्टी बांध दी। इसके बाद, उन्हें मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रेफर किया गया। लेकिन, पांच दिन तक भर्ती रहने के बावजूद, उनके परिवार का आरोप है कि किसी डॉक्टर ने इस कार्डबोर्ड स्प्लिंट को हटाकर प्लास्टर लगाने की ज़हमत तक नहीं उठाई।
अस्पताल में पांच दिन से बिना इलाज
अस्पताल से मिले वीडियो में कुमार एक कोने में लेटे हुए दिख रहे हैं और उनके पैर में अभी भी वही पुरानी कार्डबोर्ड की पट्टी बंधी हुई है। कुमार के अनुसार, दुर्घटना के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल स्टाफ ने कार्डबोर्ड का स्प्लिंट लगा दिया और फिर उन्हें मुजफ्फरपुर भेज दिया गया।
जांच के आदेश, इलाज जल्द शुरू होगा
अस्पताल अधीक्षक विभा कुमार ने इस मामले पर कहा कि मरीज को जल्द ही उचित इलाज मिलेगा और डॉक्टरों को उनकी देखभाल करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, अस्पताल प्रशासन ने इस लापरवाही की जांच के आदेश दिए हैं। अधीक्षक का कहना है कि यह लापरवाही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है, जहां पहले कार्डबोर्ड का स्प्लिंट लगाया गया था।
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