Balumath Dog Attack : कुत्ते ने दस लोगों को काटा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार जारी
बालूमाथ क्षेत्र में पागल कुत्ते ने दस लोगों को काटकर घायल कर दिया। पढ़ें पूरी कहानी और इस घटना पर स्थानीय प्रशासन का क्या कदम है।
बालूमाथ में पागल कुत्तों के हमले से बुधवार को दस लोग घायल हो गए। यह घटना बालूमाथ पुलिस अनुमंडल क्षेत्र के मारंगलोइया, मुरपा, जिलंगा, बारियातू, नवादा सहित कई गांवों में हुई। स्थानीय लोगों ने घायलों को बालूमाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया, जहां उनका उपचार किया गया।
घटना का विवरण
मिली जानकारी के अनुसार, एक पागल कुत्ता कई गांवों में घूम-घूम कर लोगों पर हमला कर रहा था। इस दौरान रास्ते में चल रहे दस लोग, जिनमें जबार अंसारी, सतीश कुमार राणा, सुलेश्वर यादव, रामदेव महतो, रूपा देवी, संजीत कुमार, प्रीतम कुमार, शहाबुद्दीन मियां, मो ताज, और अमन कुमार शामिल थे, कुत्ते के हमले का शिकार हो गए। सभी घायलों को गंभीर चोटें आईं, और उन्हें तत्काल सीएचसी लाया गया।
प्राथमिक उपचार और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
घायलों का उपचार डॉ. सुरेंद्र कुमार ने किया। उनकी देख-रेख में घायलों को आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा दी गई। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को चिंतित किया बल्कि स्वास्थ्य अधिकारियों और प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है। पागल कुत्तों के हमलों के मामलों में तत्काल उपायों की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
इतिहास और ऐसी घटनाओं का प्रभाव
जिलों में पागल कुत्तों के हमले की घटनाएं एक गंभीर समस्या बनती जा रही हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां पशुओं की संख्या अधिक होती है और नियंत्रण की स्थिति कमजोर होती है, वहां इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं। इससे न केवल लोगों की सुरक्षा प्रभावित होती है बल्कि उनके मनोबल पर भी असर पड़ता है।
पिछले कुछ वर्षों में, झारखंड समेत पूरे भारत में पागल कुत्तों के हमले की कई घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। यह आवश्यक हो गया है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन मिलकर एक ठोस योजना बनाएं, जिसमें इन जानवरों की पहचान, टीकाकरण और नियंत्रण शामिल हो।
आगे की योजना
इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी जारी की है कि लोगों को सतर्क रहना चाहिए और अपने बच्चों को विशेष रूप से सावधान रखना चाहिए। इसके अलावा, पशु चिकित्सकों और वन विभाग से मिलकर पागल कुत्तों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
समाप्ति
बालूमाथ और आसपास के क्षेत्रों में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए सक्रिय उपायों की आवश्यकता है। नागरिकों और प्रशासन को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा ताकि भविष्य में ऐसी अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।
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