ट्रेन की चपेट में आने से बच्चा हाथी की मौत, हाथियों का झुंड घंटों रेलवे ट्रैक पर जमा
चक्रधरपुर रेल मंडल में ट्रेन की चपेट में आकर एक बच्चा हाथी की मौत हो गई। 27 हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक पार कर रहा था, जिससे रेल परिचालन घंटों बाधित रहा।
चक्रधरपुर, 15 अक्टूबर 2024: चक्रधरपुर रेल मंडल के बंडामुंडा इलाके में सोमवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। एक बच्चा हाथी ट्रेन की चपेट में आकर मारा गया, जब 27 जंगली हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक पार कर रहा था। यह घटना हावड़ा-मुंबई मुख्य रेलवे लाइन के बंडामुंडा खंड में ए-केबिन और आर-केबिन के बीच हुई।
हाथियों का यह झुंड कुदुर बहाल जंगल से निकलकर पोखरा बहाल की ओर जा रहा था। तभी एक तेज़ रफ्तार मालगाड़ी वहाँ से गुजर रही थी और अचानक हाथी के बच्चे को ट्रेन से टक्कर लग गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद बाकी हाथियों का झुंड रेलवे ट्रैक पर जमा हो गया और वहां घंटों तक अफरा-तफरी मची रही।
रेल परिचालन ठप:
हाथियों के ट्रैक पर जमा होने से रेलवे ट्रैक पर कई घंटे तक ट्रेनें रुकी रहीं। इससे हावड़ा-मुंबई रूट पर रेल परिचालन बाधित हो गया। यात्री ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को काफी असुविधा हुई। हालांकि, हाथियों को हटाने और ट्रैक को खाली कराने के लिए वन विभाग की टीम को मौके पर बुलाया गया।
वन विभाग की जांच:
हादसे की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। हाथियों का झुंड अब भी इलाके के आसपास बना हुआ है, जिससे रेलवे अधिकारियों को ट्रैक पर ट्रेनें चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वन विभाग के अधिकारी इस घटना की पूरी जांच कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि आगे से ऐसी घटनाएं न हों।
हाथियों की सुरक्षा पर सवाल:
इस हादसे ने जंगल क्षेत्रों से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक पर वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय वन्यजीव संरक्षण समूहों ने मांग की है कि हाथियों के आवास वाले क्षेत्रों में ट्रेन की गति पर नियंत्रण लगाया जाए और उन्हें सुरक्षित ट्रैक पार करने के लिए उपाय किए जाएं।
यह पहली बार नहीं है जब इस इलाके में ऐसी घटना घटी है। जंगल से सटे रेल ट्रैक पर वन्यजीवों की मौत का यह सिलसिला गंभीर चिंता का विषय बन गया है। वन विभाग और रेलवे को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है।
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