छत्तीसगढ़ की बेटी अंजली शराफ को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिया स्वर्ण पदक
छत्तीसगढ़ की होनहार छात्रा अंजली शराफ ने आयुर्वेद में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर इतिहास रच दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों से स्वर्ण पदक से सम्मानित हुईं।
बिलासपुर, छत्तीसगढ़, 29 अक्टूबर 2024: छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर की मेधावी छात्रा अंजली शराफ ने शिक्षा और मेहनत का एक नया मानक स्थापित किया है। आयुर्वेद की पढ़ाई कर रही अंजली शराफ ने अपने दूसरे वर्ष (2023) में राजनांदगांव के छत्तीसगढ़ आयुर्वेद महाविद्यालय से रस शास्त्र एवं भैषज्य कल्पना विषय में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए। इसके लिए उन्हें राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने 26 अक्टूबर 2024 को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। इस सफलता ने अंजली का नाम छत्तीसगढ़ और उनके परिवार के लिए गौरव का प्रतीक बना दिया है।
अंजली शराफ वर्तमान में बी.ए.एम.एस. (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) के तीसरे वर्ष की छात्रा हैं। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय महाविद्यालय के शिक्षकों और अपने माता-पिता को दिया। अंजली का कहना है कि उन्होंने जो सफलता पाई है, उसमें उनके गुरुजनों का मार्गदर्शन और माता-पिता का समर्थन बहुत महत्वपूर्ण रहा है। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है बल्कि उन सभी का भी है जो उनके इस सफर में उनके साथ रहे।
अंजली के पिता प्रमोद कुमार शराफ भारतीय रेल विद्युत सेवा में रायपुर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। अपने परिवार की मेहनत और मार्गदर्शन से प्रेरित होकर अंजली ने अपनी पढ़ाई में उत्कृष्टता हासिल की और पूरे राज्य में अपना नाम ऊंचा किया।
यह स्वर्ण पदक उन्हें पंडित दीनदयाल स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय से संबद्ध आठ महाविद्यालयों में सर्वाधिक अंक लाने के लिए दिया गया है। अंजली की यह सफलता यह सिद्ध करती है कि मेहनत और लगन से किसी भी उम्र में कुछ भी हासिल किया जा सकता है। अंजली की इस उपलब्धि पर बिलासपुर और पूरे छत्तीसगढ़ में जश्न का माहौल है, और उन्हें ढेर सारी बधाइयाँ मिल रही हैं। उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए सभी शुभकामनाएँ दे रहे हैं।
अंजली शराफ का यह सम्मान अन्य छात्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जो उन्हें अपने लक्ष्यों को पाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
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