Adityapur Suicide Case : आदित्यपुर में लेथ मशीन ऑपरेटर ने फांसी लगाकर दी जान, परिवार में मातम
सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर में लेथ मशीन ऑपरेटर नारायण कुमार मंडल ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया है।

झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। आदित्यपुर गम्हरिया स्टेशन रोड निवासी 35 वर्षीय नारायण कुमार मंडल ने बुधवार की रात अपने ही कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पूरे मोहल्ले में मातम छा गया है।
नारायण लेथ मशीन ऑपरेटर के रूप में काम करता था और वह अपने माता-पिता, पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था। बुधवार की शाम रोज़ की तरह वह घर लौटा, परिवार के साथ खाना खाया और इसके बाद कमरे में सोने चला गया। लेकिन उस रात कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे परिवार की दुनिया ही बदल दी।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, खाना खाने के बाद नारायण अपने कमरे में चला गया और दरवाज़ा बंद कर लिया। जब देर रात उसकी पत्नी ने दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। बार-बार आवाज लगाने के बावजूद दरवाजा नहीं खुला। घबराए परिजनों और पड़ोसियों ने मिलकर जब दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नज़ारा दिल दहला देने वाला था।
नारायण गमछे के सहारे पंखे से लटक रहा था। आनन-फानन में परिजन उसे टाटा मुख्य अस्पताल (TMH) लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम के बाद सौंपा गया शव
गुरुवार सुबह पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद परिजनों को सौंप दिया। अचानक हुई इस घटना से पूरे परिवार में कोहराम मच गया है। पत्नी और छोटे-छोटे बच्चों की हालत रोते-रोते खराब हो गई।
नशे की लत बनी कारण?
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, नारायण नशे का आदी था। कई बार परिवार और पड़ोसियों ने उसकी इस आदत को लेकर चिंता भी जताई थी। हालांकि आत्महत्या की असली वजह अब तक सामने नहीं आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
नारायण के माता-पिता और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता बार-बार यही कह रहे थे कि "अगर बेटे ने अपनी परेशानी बताई होती तो शायद आज ये दिन नहीं देखना पड़ता।" दो छोटे बच्चों की मासूम आंखों से आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। पड़ोसियों के अनुसार नारायण अपने परिवार से बेहद प्यार करता था, लेकिन अचानक उसने यह कदम क्यों उठाया, यह किसी को समझ नहीं आ रहा है।
इलाके में पसरा सन्नाटा
घटना की खबर फैलते ही गम्हरिया स्टेशन रोड इलाके में सन्नाटा छा गया। लोग आपस में यही चर्चा करते रहे कि आखिर नारायण ने ऐसा क्यों किया। कुछ का कहना था कि वह नशे की आदत से परेशान था, तो कुछ का मानना था कि शायद उसे किसी मानसिक दबाव का सामना करना पड़ा हो।
मानसिक स्वास्थ्य पर बड़ा सवाल
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कितनी जागरूकता है। कई लोग अपनी परेशानियों को खुलकर परिवार या दोस्तों के साथ साझा नहीं कर पाते और चुपचाप अंदर ही अंदर टूट जाते हैं। यही वजह है कि आत्महत्या जैसी घटनाएं सामने आती रहती हैं।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस ने फिलहाल आत्महत्या का मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि परिवार और दोस्तों से पूछताछ कर यह पता लगाया जाएगा कि नारायण किस वजह से तनाव में था।
आदित्यपुर की यह घटना केवल एक परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे इलाके के लिए गहरा सदमा है। नारायण की मौत ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर समाज कब मानसिक और भावनात्मक समस्याओं को गंभीरता से लेना शुरू करेगा।
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