BJP ने अनुशासनहीनता पर शिव शंकर सिंह समेत 4 नेताओं को किया 6 साल के लिए निष्कासित
जमशेदपुर में विधानसभा चुनाव 2024 में अनुशासनहीनता और निर्दलीय चुनाव लड़ने के आरोप में BJP ने शिव शंकर सिंह समेत 4 नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। जानें पूरी खबर।
जमशेदपुर, 5 नवंबर 2024: आगामी विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जमशेदपुर में कड़ी कार्रवाई की है। पार्टी ने अपने चार नेताओं - शिव शंकर सिंह, राजकुमार सिंह, विकास सिंह, और बिमल बैठा को अनुशासनहीनता के आरोप में 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह निर्णय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर लिया गया।
अनुशासनहीनता के आरोपों पर कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, विधानसभा चुनाव के दौरान इन नेताओं पर पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का आरोप था। पार्टी का मानना है कि इन नेताओं ने संगठन की धारा 25 (9) का उल्लंघन किया है। पार्टी के जमशेदपुर महानगर जिला अध्यक्ष की अनुशंसा पर यह सख्त कदम उठाया गया।
प्रदेश अध्यक्ष ने दिए कड़े निर्देश
प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी चार नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की। उन्होंने निर्देश दिए कि पार्टी के संविधान और नियमों का पालन करना प्रत्येक सदस्य का कर्तव्य है। पार्टी की नीतियों के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ना, पार्टी के प्रति अनादर दिखाने जैसा है, जो किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन
इन सभी नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी हटा दिया गया है। यह निष्कासन 6 वर्षों तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान वे पार्टी में किसी भी पद पर या किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं हो सकेंगे। पार्टी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता और संगठन के प्रति असम्मान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निष्कासन का असर
इस निष्कासन से जमशेदपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हलचल मच गई है। संगठन ने यह निर्णय लेकर यह संदेश दिया है कि अनुशासन और एकता पार्टी के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले नेताओं पर यह कार्रवाई भविष्य में पार्टी के अन्य सदस्यों के लिए भी एक सख्त चेतावनी मानी जा रही है।
आगामी चुनावों में संदेश
जमशेदपुर विधानसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा पूरी गंभीरता से तैयारी कर रही है। संगठन की तरफ से अनुशासन बनाए रखने और टीम भावना को प्राथमिकता दी जा रही है। भाजपा का यह सख्त रुख संकेत देता है कि अनुशासनहीनता या पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में शामिल होने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इस निर्णय के बाद से जमशेदपुर में पार्टी के सदस्यों में अनुशासन के प्रति सजगता बढ़ी है और आगामी चुनावों में यह संदेश साफ हो गया है कि भाजपा किसी भी तरह की आंतरिक गुटबाजी या असहमति को बर्दाश्त नहीं करेगी।
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