Sonari Murder Case: पुलिस ने 24 घंटे में सूरज हत्याकांड का पर्दाफाश किया, तीन आरोपी गिरफ्तार
जमशेदपुर के सोनारी में सूरज प्रमाणिक हत्याकांड का 24 घंटे में खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार, हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी का खुलासा, जानें कैसे पुलिस ने अपराधियों को पकड़ा।
जमशेदपुर के सोनारी थाना क्षेत्र में हुए सूरज प्रमाणिक हत्याकांड का पुलिस ने मात्र 24 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला जब सामने आया तो पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी, लेकिन पुलिस की तत्परता और खुफिया जानकारी के कारण यह मामला सुलझा लिया गया। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है, और अब इस हत्याकांड के पीछे की पूरी कहानी सामने आ गई है।
आरोपियों की गिरफ्तारी और घटनास्थल पर सबूत
सोनारी पुलिस ने हत्याकांड के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में सोनारी के पंचवटी नगर रोड नंबर 8 के मनोज जयसवाल उर्फ मनोज पगली, पंचवटी नगर रोड नंबर 1 के पिंटू सिंह उर्फ प्रकाश कुमार सिंह शामिल हैं। दोनों को डोभो पुल के पास से गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों के बयान पर पुलिस ने कुख्यात अपराधी विकास सिंह उर्फ हेते को भी गिरफ्तार किया, जो निर्मल नगर काली मंदिर के पास से पकड़ा गया। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त एक पिस्तौल, तीन जिंदा गोली, बिना नंबर प्लेट वाली स्कूटी और दो मोबाइल जब्त किए हैं।
विकास सिंह उर्फ हेते: हिस्ट्रीशीटर का हाथ
विकास सिंह उर्फ हेते का नाम पहले भी कई गंभीर अपराधों से जुड़ा रहा है। यह अपराधी हिस्ट्रीशीटर के रूप में जाना जाता है, और उसकी गिरफ्तारी ने इस हत्याकांड की साजिश को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि अपराधियों को पकड़ने में अब कोई भी कमी नहीं छोड़ी जा रही है।
मृतक सूरज प्रमाणिक और पुरानी दुश्मनी
एसएसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सूरज प्रमाणिक की हत्या पुरानी दुश्मनी के चलते हुई है। मृतक ने कई साल पहले मनोज जयसवाल उर्फ मनोज पगली पर जानलेवा हमला किया था, और उस समय सोनारी थाने में मामला दर्ज किया गया था। यह घटना 2017 की थी, जब सूरज ने मनोज पर हमला किया था, जिसके बाद मनोज जेल भी जा चुका था। यह पुरानी दुश्मनी अब तक दोनों के बीच में बनी हुई थी, और सूरज द्वारा जान से मारने की धमकी देने के कारण ही मनोज ने इस हत्या की साजिश रची।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
एसएसपी के द्वारा इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसमें सिटी एसपी, पुलिस उपाधीक्षक और सोनारी पुलिस के साथ-साथ तकनीकी शाखा के पुलिसकर्मी भी शामिल थे। यह टीम घटनास्थल से जुड़ी हर जानकारी को ध्यान से एकत्रित कर रही थी और सभी संदिग्धों की गतिविधियों पर निगाह रखी जा रही थी। जांच के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, और मामले में शामिल अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
सुरक्षा और सख्त कार्रवाई की जरूरत
यह घटना यह दर्शाती है कि पुराने मामलों के चलते दुश्मनी और हिंसा का सिलसिला खत्म नहीं हो पाता। पुलिस को और अधिक सक्रियता से ऐसे मामलों को सुलझाने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह के अपराधों को रोका जा सके। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के अपराधों पर काबू पाया जा सके।
सोनारी हत्याकांड ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया था, लेकिन पुलिस ने अपनी तत्परता और सूझबूझ से इस मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह कांड पुरानी दुश्मनी का परिणाम था, और पुलिस अब मामले की आगे की जांच में जुटी हुई है। यह घटना यह भी साबित करती है कि अपराधियों को पकड़ने में अब पुलिस किसी भी कसर को नहीं छोड़ने वाली है।
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