गोलमुरी चौक से निकली युवा आक्रोश रैली को रोके जाने पर भाजपा नेता शिव शंकर सिंह ने किया विरोध
गोलमुरी चौक से निकली युवा आक्रोश रैली में भाजपा नेता शिव शंकर सिंह और कार्यकर्ताओं को जिला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर उन्होंने पुरजोर विरोध किया, जिसके बाद प्रशासन को पीछे हटना पड़ा।
जमशेदपुर (गोलमुरी): भाजपा के वरिष्ठ नेता शिव शंकर सिंह ने गुरुवार को जमशेदपुर में हेमंत सरकार के विरोध में निकली "युवा आक्रोश रैली" में जमकर विरोध किया। यह रैली गोलमुरी चौक से मोराबादी मैदान तक निकाली जा रही थी, जिसमें भाजपा कार्यकर्ता और कई वाहनों का काफिला शामिल था।
रैली का उद्देश्य था झारखंड सरकार की बेरोजगारी और रोजगार नीति में नाइंसाफी के खिलाफ प्रदर्शन करना और सरकार को हटाने के लिए जन समर्थन जुटाना।
दोमुहानी पुल पर रोका गया काफिला
जिला प्रशासन द्वारा दोमुहानी पुल के पास रैली के वाहनों और कार्यकर्ताओं को रोक दिया गया। प्रशासन के इस कदम से नाराज होकर भाजपा नेता शिव शंकर सिंह ने मौके पर ही अपने कार्यकर्ताओं के साथ पुरजोर विरोध किया। उनकी आपत्ति के बाद प्रशासन को आखिरकार झुकना पड़ा और रैली को आगे बढ़ने की अनुमति दी गई।
शिव शंकर सिंह का सख्त संदेश
शिव शंकर सिंह ने प्रशासनिक हस्तक्षेप के खिलाफ कड़ा संदेश दिया और कहा कि यह रैली झारखंड सरकार की नीतियों के विरोध में निकाली गई है, जो युवाओं के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा, "यह सरकार रोजगार देने में विफल रही है और बेरोजगारी भत्ता तक देने का वादा पूरा नहीं किया है। अब समय आ गया है कि हम इस सरकार को जड़ से उखाड़ फेंके।"
युवाओं के समर्थन में निकली रैली
भाजपा की इस रैली में मुख्य मुद्दा था झारखंड के युवाओं के साथ हुई रोजगार नाइंसाफी। राज्य में बढ़ती बेरोजगारी और रोजगार के अवसरों की कमी को लेकर भाजपा ने यह रैली आयोजित की। कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
शिव शंकर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड के युवा अब जाग चुके हैं और सरकार की झूठी नीतियों का पर्दाफाश करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा युवाओं के साथ खड़ी है और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ती रहेगी।
रैली का सफल समापन
रैली आखिरकार प्रशासन की रोकथाम के बावजूद सफलतापूर्वक मोराबादी मैदान तक पहुंची। भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और राज्य सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जताया। युवा आक्रोश रैली ने सरकार को स्पष्ट संदेश दिया कि अगर युवाओं की अनदेखी जारी रही, तो भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
इस विरोध प्रदर्शन में गोलमुरी मंडल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया, और जमशेदपुर में यह रैली एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना बनकर उभरी।
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