Saraikela Drug dealer murder : तस्कर अफसर अली की हत्या का मामला सुलझा! दो अपराधी गिरफ्तार, हथियार बरामद!
सरायकेला-खरसावां में ड्रग तस्कर अफसर अली की हत्या का मामला सुलझा! दो अपराधी गिरफ्तार, हथियार बरामद। आखिर क्यों हुआ ये मर्डर? पुलिस जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे!

सरायकेला-खरसावां जिले में 14 मार्च को हुई सनसनीखेज हत्या का मामला आखिरकार सुलझ गया है। गम्हरिया थाना क्षेत्र के सीतारामपुर डैम के पास ड्रग तस्कर अफसर अली की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य अपराध में आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती के अब्दुल करीम (25) और सरायकेला के बालीगुमा निवासी मो. फकरे आलम उर्फ राजू (34) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने इस हत्याकांड में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद कर ली है।
हत्या की गुत्थी ऐसे सुलझी, SIT ने किया बड़ा खुलासा!
हत्या के तुरंत बाद इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने एसडीपीओ के नेतृत्व में एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की थी। टीम ने फिजिकल और टेक्निकल सबूतों के आधार पर जांच की, जिसके बाद अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी और अवैध धंधों का कनेक्शन हो सकता है।
मृतक का फोन भी बरामद, हत्यारों की साजिश का खुलासा!
पुलिस ने जांच के दौरान गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी अब्दुल करीम के पास से मृतक अफसर अली का फोन भी बरामद किया। यह ओपो कंपनी का मोबाइल था, जिसे अपराधियों ने वारदात के बाद छिपाने की कोशिश की थी। इससे साफ जाहिर होता है कि हत्या की साजिश पहले से रची गई थी और अपराधियों ने अपने निशान तक मिटाने की पूरी कोशिश की थी।
आपराधिक इतिहास वाले थे दोनों आरोपी, पहले भी हो चुके हैं गिरफ्तार
पुलिस रिकॉर्ड्स के अनुसार, हत्या में शामिल दोनों आरोपियों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। अब्दुल करीम के खिलाफ आदित्यपुर थाना में आर्म्स एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। वहीं, फकरे आलम के खिलाफ सरायकेला थाना में मामला चल रहा था। यह पहली बार नहीं है जब इन अपराधियों ने किसी संगीन अपराध को अंजाम दिया हो।
हत्या की असली वजह क्या? पुलिस की जांच जारी
अफसर अली की हत्या के पीछे असली वजह क्या थी, इस पर पुलिस अब भी गहराई से जांच कर रही है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि ड्रग तस्करी को लेकर कुछ आपसी विवाद हुआ था, जो इस हत्या की वजह बना। इसके अलावा, पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अपराध में और कौन-कौन शामिल थे और क्या यह किसी बड़े गिरोह से जुड़ा हुआ मामला है।
जांच टीम में कौन-कौन थे शामिल?
इस हाई-प्रोफाइल केस को सुलझाने में पुलिस टीम की कड़ी मेहनत रही। जांच दल में एसडीपीओ समीर कुमार सावैयां, आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार, गम्हरिया थाना प्रभारी कुणाल कुमार, पुअनि विपुल कुमार ओझा, अरुण कुमार महतो, रघुनाथ सुंडी, नीतीश कुमार पांडे और राघवेंद्र कुमार शामिल रहे।
क्या प्रशासन करेगा सख्त कार्रवाई?
सरायकेला-खरसावां जिले में बढ़ते अपराधों को लेकर आम जनता में गहरी चिंता है। पुलिस की इस तेज़ कार्रवाई से भले ही इस केस का खुलासा हो गया हो, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या भविष्य में ऐसे अपराधों पर लगाम लगाई जा सकेगी? क्या प्रशासन अवैध ड्रग तस्करी और अपराधों पर सख्त कदम उठाएगा?
अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में और कितने बड़े खुलासे करती है और क्या यह हत्याकांड किसी बड़े आपराधिक गिरोह से जुड़ा हुआ है या नहीं!
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