Potka Protest: तितलिग पहाड़ पर Congress का बड़ा ऐलान, खनन रुका नहीं तो होगा जोरदार आंदोलन!
पोटका के तितलिग पहाड़ पर खनन को लेकर कांग्रेस ने किया बड़ा ऐलान! अगर खनन नहीं रुका तो उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन होगा। जानिए पूरी खबर!

पोटका के पावरू मौजा स्थित तितलिग पहाड़ के खनन को लेकर अब बड़ा विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने इस खनन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और झारखंड सरकार से इसे रोकने की मांग की है। जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष जयराम हांसदा ने इस संबंध में कहा कि अगर खनन नहीं रोका गया, तो पोटका कांग्रेस उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन करेगी।
खनन से तितलिग पहाड़ की सुंदरता होगी नष्ट?
जयराम हांसदा ने इस मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि तितलिग पहाड़ प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है, और यहां खनन होने से न केवल इसकी खूबसूरती नष्ट होगी, बल्कि पर्यावरण को भी भारी नुकसान होगा। उन्होंने झारखंड सरकार के पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सरकार खुद पर्यावरण बचाने की बात करती है, तो फिर तितलिग पहाड़ को बर्बाद करने की इजाजत कैसे दी जा सकती है?
हाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस ने किया आंदोलन का ऐलान
पोटका में खनन के खिलाफ कांग्रेस ने हाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जहां उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर प्रशासन ने खनन पर रोक नहीं लगाई, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जयराम हांसदा के साथ इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सौरभ चटर्जी, लालटू दास, सुबोध सिंह सरदार और प्रेम मुखी जैसे कई कांग्रेस नेता भी मौजूद रहे।
खनन से बढ़ सकता है पर्यावरण संकट
विशेषज्ञों का कहना है कि खनन गतिविधियां स्थानीय जल स्रोतों, वनस्पतियों और जीवों पर गंभीर प्रभाव डालती हैं। तितलिग पहाड़ का इलाका हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है, और यहां कई वन्यजीव भी पाए जाते हैं। अगर यहां खनन जारी रहता है, तो इस क्षेत्र की जैव विविधता प्रभावित हो सकती है, जिससे न सिर्फ स्थानीय पर्यावरण बल्कि आदिवासी समुदाय की आजीविका पर भी असर पड़ेगा।
झारखंड सरकार से कांग्रेस की अपील
कांग्रेस नेताओं ने झारखंड सरकार से तुरंत हस्तक्षेप करने और तितलिग पहाड़ पर खनन को पूरी तरह रोकने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर जन आंदोलन करेगी और जरूरत पड़ी तो विधानसभा तक इस मुद्दे को उठाया जाएगा।
क्या झारखंड सरकार लेगी कोई फैसला?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस के विरोध के बाद झारखंड सरकार इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेती है। क्या सरकार तितलिग पहाड़ की सुंदरता और पर्यावरण को बचाने के लिए खनन पर रोक लगाएगी, या फिर कांग्रेस को धरना-प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ेगा?
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