जमशेदपुर में एमटीएमएच और रोटरी क्लब ने मिलकर शुरू किया स्तन कैंसर जागरूकता अभियान, मुफ्त मैमोग्राफी के मौके का उठाएं लाभ!
एमटीएमएच और रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर वेस्ट ने अक्टूबर में स्तन कैंसर जागरूकता अभियान शुरू किया। जानिए कैसे स्कूलों, कॉलेजों और महिला क्लबों में मुफ्त मैमोग्राफी और जागरूकता सत्र आयोजित किए जाएंगे।
जमशेदपुर, 1 अक्टूबर 2024: अक्टूबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) द्वारा स्तन कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर जमशेदपुर में एमटीएमएच (महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) और रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर वेस्ट ने मिलकर स्तन कैंसर पर जागरूकता और प्रारंभिक जांच को बढ़ावा देने के लिए एक महीने लंबे विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना और शुरुआती निदान को प्रोत्साहित करना है, ताकि महिलाओं को बेहतर उपचार और स्वस्थ जीवन की दिशा में बढ़ने में मदद मिल सके।
स्तन कैंसर की गंभीरता और भारत में स्थिति
स्तन कैंसर विश्व स्तर पर महिलाओं में होने वाला सबसे आम प्रकार का कैंसर बन गया है। हर साल लगभग 2.3 मिलियन नए मामले सामने आते हैं, और महिलाओं में होने वाले सभी प्रकार के कैंसरों में से एक चौथाई मामले स्तन कैंसर के होते हैं। दुःखद तथ्य यह है कि इस बीमारी से होने वाली 70% मौतें उन स्थानों पर होती हैं जहाँ स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है। भारत में भी स्तन कैंसर का प्रसार सर्वाइकल कैंसर से आगे निकल चुका है और यह महिलाओं में सबसे सामान्य कैंसर बन चुका है। जागरूकता की कमी के कारण, अधिकांश महिलाओं में इस बीमारी का निदान तीसरे या चौथे चरण में किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप उपचार में कठिनाई होती है।
इस वर्ष डबल्यूएचओ ने थीम दी है: 'किसी को भी स्तन कैंसर का अकेले सामना नहीं करना चाहिए'। इस संदेश के साथ एमटीएमएच और रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर वेस्ट ने पूरे अक्टूबर में एक विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई है, जिसमें महिलाओं को कैंसर के प्रति जागरूक करने और समय पर जांच के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया गया है।
अभियान की मुख्य विशेषताएं और गतिविधियाँ
इस अभियान के अंतर्गत कॉलेजों, स्कूलों, महिला क्लबों, बस्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाली सहायिकाओं के लिए जागरूकता सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। इन सत्रों में स्तन कैंसर के लक्षण, बचाव, और समय पर जांच की महत्ता पर जोर दिया जाएगा। महिलाओं को स्तन कैंसर की पहचान के तरीके और इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानने के महत्व पर जानकारी दी जाएगी। साथ ही, जागरूकता बढ़ाने के लिए पर्चे वितरित किए जाएंगे और सत्रों में भाग लेने वाली महिलाओं के लिए मुफ्त मैमोग्राफी जांच की जाएगी।
यह पहल न केवल महिलाओं को कैंसर के प्रति जागरूक करने में मदद करेगी बल्कि शुरुआती चरण में ही निदान और उपचार की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित भी करेगी। इस जागरूकता अभियान में विशेषज्ञों के विचार और संदेश भी रेडियो पर प्रसारित किए जाएंगे, ताकि व्यापक स्तर पर लोगों तक यह जानकारी पहुँच सके।
अभियान की शुरुआत और प्रमुख हस्तियां
इस वर्ष के स्तन कैंसर जागरूकता अभियान की शुरुआत 1 अक्टूबर को एमटीएमएच ओपीडी में की गई, जिसमें प्रमुख अतिथि श्रीमती डेज़ी ईरानी और एमटीएमएच के चेयरमैन डॉ. आर. एन. शर्मा ने अभियान का उद्घाटन किया। एमटीएमएच के निदेशक डॉ. कोशि वर्गीस ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में रोटरी क्लब और इनर व्हील के सदस्य, स्कूल और कॉलेजों के प्राचार्य, और टाटा स्टील फाउंडेशन के प्रतिनिधि भी शामिल थे। इस अभियान के उद्देश्यों और गतिविधियों की विस्तृत जानकारी डॉ. सुजाता मित्रा, कंसल्टेंट, एमटीएमएच ने प्रस्तुत की।
स्तन कैंसर के इलाज और सर्जरी पर विशेषज्ञों का दृष्टिकोण
डॉ. तमोजीत चौधरी, सीनियर कंसल्टेंट, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, एमटीएमएच ने ब्रेस्ट कैंसर पर एक व्यापक प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने स्तन कैंसर के कारणों, लक्षणों और इसके निदान पर विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कैसे शुरुआती निदान से बीमारी को काबू में रखा जा सकता है और बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। डॉ. संघमित्रा जेना, एचओडी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, टीएमएच ने सर्जिकल परिप्रेक्ष्य पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे सर्जरी के माध्यम से स्तन कैंसर का उपचार संभव है और इसके परिणामस्वरूप महिलाओं को बेहतर जीवन की संभावना मिल सकती है।
रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर वेस्ट के अध्यक्ष, डॉ. अमित मुखर्जी ने सामुदायिक जागरूकता के महत्व और इसकी भूमिका पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सामुदायिक भागीदारी कितनी महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि स्तन कैंसर के मामले में शुरुआती निदान ही मुख्य कुंजी है, जो कि इस तरह के सामुदायिक अभियानों के माध्यम से संभव हो सकता है।
समुदाय की भागीदारी और जागरूकता का प्रसार
इस अभियान के तहत जागरूकता सत्रों में समुदाय के सभी वर्गों को शामिल करने की कोशिश की जा रही है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाली सहायिकाओं को प्रशिक्षित करने से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जागरूकता की यह लहर सबसे वंचित क्षेत्रों तक भी पहुंचे। स्कूलों और कॉलेजों में आयोजित सत्रों में छात्राओं को इस बीमारी के बारे में बताया जाएगा ताकि वे अपनी माताओं, बहनों और अपने समाज की अन्य महिलाओं को जागरूक करने में मदद कर सकें।
स्तन कैंसर जागरूकता माह का यह अभियान न केवल महिलाओं में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है, बल्कि यह एक सामुदायिक प्रयास भी है जिसमें सभी वर्गों की भागीदारी है। एमटीएमएच और रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर वेस्ट ने यह सुनिश्चित किया है कि स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता हर घर तक पहुंचे और महिलाएं समय पर जांच और उपचार करवा सकें।
What's Your Reaction?