महागठबंधन की बैठक में कुणाल षड़ंगी और रामदास सोरेन ने मिलकर कार्यकर्ताओं के गिले शिकवे दूर किए
घाटशिला में कुणाल षड़ंगी की पहल से महागठबंधन की बैठक हुई। रामदास सोरेन और डॉ. प्रदीप बालमुचू ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर की। झारखंड में सरकार गठन के लिए सभी दल एकजुट।
घाटशिला, 4 नवंबर 2024: बहरागोड़ा के पूर्व विधायक और झामुमो नेता कुणाल षड़ंगी की एक और कोशिश रंग लाई। सोमवार को घाटशिला के एक होटल में राज्य सरकार के मंत्री और महागठबंधन के प्रत्याशी रामदास सोरेन के साथ बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. प्रदीप कुमार बालमुचू भी उपस्थित थे।
कार्यकर्ताओं के गिले शिकवे दूर हुए
बैठक के दौरान रामदास सोरेन ने कहा कि झारखंड में फिर से हेमंत सोरेन की सरकार बनने से राज्य की दिशा और दशा बदल जाएगी। उन्होंने सभी इंडिया गठबंधन के दलों से अपील की कि वे एकजुट होकर चुनाव में मजबूती से काम करें। इस अवसर पर पूर्व विधायक कुणाल षड़ंगी ने बताया कि घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन की स्टीयरिंग कमेटी का गठन किया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि सभी सहयोगी दल जमीनी स्तर पर काम कर महागठबंधन के प्रत्याशी को रिकॉर्ड मतों से विजयी बनाएं।
गठबंधन की मजबूती पर जोर
डॉ. प्रदीप कुमार बालमुचू ने कहा कि गठबंधन ऊपरी स्तर पर पूरी तरह से मजबूत है। हालांकि, निचले स्तर पर कुछ कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी। उन्होंने बताया कि मिलकर तीन प्रखंड के कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर कर लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि रामदास सोरेन को केवल विधायक नहीं बल्कि मंत्री बनाना भी तय है। मंत्री बनने से क्षेत्र का विकास होगा।
कुणाल षड़ंगी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, कांग्रेस नेता मानस दास, तापस चटर्जी और कई झामुमो एवं कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कुणाल षड़ंगी को कोल्हान में इंडिया गठबंधन में समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी दी है। कुणाल ने हर विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने के लिए लगातार मेहनत की है।
रामदास सोरेन को मिली राहत
इस बैठक के बाद घाटशिला के प्रत्याशी रामदास सोरेन को बड़ी राहत मिलने की संभावना है। कार्यकर्ताओं के बीच संवाद बढ़ने से गठबंधन की ताकत और भी मजबूत होगी। सभी दलों के नेता अब मिलकर आगामी चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं।
निष्कर्ष: यह बैठक महागठबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी दलों के एकजुट होने से चुनाव में सफलता की उम्मीद बढ़ गई है। सभी नेताओं ने मिलकर झारखंड के विकास के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया।
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