महाराष्ट्र सरकार ने देशी गाय को दिया ‘राज्यमाता’ का दर्जा, गौशालाओं को मिलेगी सब्सिडी
महाराष्ट्र सरकार ने देशी गाय को 'राज्यमाता' का दर्जा दिया और गौशालाओं के लिए 50 रुपये प्रतिदिन की सब्सिडी योजना शुरू की। सरकार ने इसे भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद में गाय के महत्व को देखते हुए लागू किया है।
मुंबई, 1 अक्टूबर 2024: महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए देशी गाय को ‘राज्यमाता’ का दर्जा दिया है। यह निर्णय सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया। सरकार ने इसको लेकर आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी है।
कैबिनेट बैठक में यह भी तय किया गया कि देशी गायों के लिए 50 रुपये प्रतिदिन की सब्सिडी दी जाएगी। यह योजना खासतौर पर उन गौशालाओं के लिए शुरू की गई है, जो अपनी कम आय के चलते देशी गायों का खर्च नहीं उठा पा रही थीं। सरकार ने कहा कि यह फैसला देशी गाय के भारतीय संस्कृति में महत्व को देखते हुए लिया गया है।
सरकार की अधिसूचना में कहा गया कि वैदिक काल से ही भारतीय संस्कृति में देशी गाय का विशेष स्थान रहा है। देशी गाय का दूध मानव आहार में अत्यंत उपयोगी माना जाता है, साथ ही आयुर्वेद चिकित्सा और पंचगव्य उपचार पद्धति में भी इसका खास योगदान है। जैविक खेती के लिए गाय के गोबर और गोमूत्र का अहम स्थान है, जिसके कारण सरकार ने इसे ‘राज्यमाता गोमाता’ घोषित करने का निर्णय लिया है।
सरकार का यह कदम न केवल गौशालाओं के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि इससे भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद में देशी गाय के महत्व को भी बढ़ावा मिलेगा।
What's Your Reaction?