Jamshedpur Accident: खाना बनाते समय युवक के कपड़े में लगी आग, बाल-बाल बची जान
जमशेदपुर के सीतारामडेरा में खाना बनाते समय युवक के कपड़े में लगी आग, गंभीर रूप से झुलसा। समय पर अस्पताल पहुंचाने से बची जान। जानें पूरी घटना।

जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा होते-होते टल गया। ओल्ड सीतारामडेरा निवासी 20 वर्षीय अभय लोहार घर पर अकेले खाना बना रहा था, तभी अचानक उसके कपड़े में आग लग गई। पल भर में आग फैलने से वह गंभीर रूप से झुलस गया। लेकिन गनीमत यह रही कि आस-पड़ोस के लोगों की तत्परता और परिजनों की मदद से समय पर उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी जान बचा ली।
हादसा कैसे हुआ?
मंगलवार दोपहर अभय घर पर अकेला था। उसकी मां काम पर गई हुई थी और अन्य सदस्य भी मौजूद नहीं थे। अभय ने बताया कि वह खाना बनाने के लिए रसोई में गया था, तभी अचानक उसके कपड़ों में आग लग गई। घबराए अभय ने किसी तरह खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक आग ने उसके शरीर के हिस्सों को झुलसा दिया।
समय रहते मिली मदद
हादसे के बाद अभय ने शोर मचाया, तो आसपास के लोग दौड़ पड़े। पड़ोसियों और परिजनों ने तुरंत आग बुझाने के साथ ही उसे पास के एमजीएम अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि अभय का इलाज चल रहा है और फिलहाल उसकी हालत स्थिर है। हालांकि शरीर पर कई हिस्सों में जलने के निशान हैं, जिनका इलाज जारी है।
बेंगलुरु से लौटा था घर
अभय लोहार मूल रूप से जमशेदपुर का ही रहने वाला है, लेकिन वह बेंगलुरु की एक कंपनी में नौकरी करता है। करीब 10 दिन पहले ही वह छुट्टी पर अपने घर लौटा था। परिजनों ने बताया कि अभय पूरी तरह होश में है और घटना के बाद से वह लगातार घबराया हुआ है।
परिवार की दास्तान
अभय की मां मजदूरी करके घर का खर्च चलाती हैं। वह घटना के वक्त घर पर नहीं थीं। जब उन्हें हादसे की खबर मिली तो वह तुरंत अस्पताल पहुंचीं। परिवार ने बताया कि अभय घर का इकलौता बेटा है और उस पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी है।
रसोई हादसों का बढ़ता खतरा
जमशेदपुर ही नहीं, देशभर में रसोई में आग लगने की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं। गैस स्टोव, सिलेंडर और कपड़ों में आग लगना इसके प्रमुख कारण होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि रसोई में खाना बनाते समय हमेशा सूती कपड़े पहनने चाहिए, क्योंकि सिंथेटिक कपड़े जल्दी आग पकड़ लेते हैं। साथ ही पास में हमेशा पानी से भरी बाल्टी या अग्निशमन यंत्र रखना चाहिए।
डॉक्टरों की सलाह
एमजीएम अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि जलने के मामलों में सबसे पहले आग को तुरंत बुझाना चाहिए। घाव को ठंडे पानी से धोना चाहिए और सीधे अस्पताल ले जाना चाहिए। घरेलू उपाय जैसे टूथपेस्ट, हल्दी या कॉस्मेटिक क्रीम जलने वाले हिस्से पर लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
मोहल्ले में दहशत
इस हादसे ने पूरे मोहल्ले को दहला दिया है। पड़ोसियों ने कहा कि अगर समय रहते अभय को अस्पताल नहीं ले जाया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं, परिजनों का कहना है कि यह घटना उनके लिए एक बड़ी सीख है कि रसोई में हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए।
What's Your Reaction?






