Jamshedpur Rape Case: जमशेदपुर में भाजपा नेता की शर्मनाक हरकत, एक साल की फरारी के बाद पुलिस ने दबोचा
जमशेदपुर में एक साल से फरार चल रहे भाजपा के पूर्व नेता जगजीत सिंह सोनू को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। महिला ने लगाए गंभीर आरोप—नशीली कोल्ड ड्रिंक, अश्लील तस्वीरें और होटल में दुष्कर्म।

जमशेदपुर, जो कभी टाटा स्टील और औद्योगिक विकास के लिए जाना जाता था, आज एक शर्मनाक अपराध के कारण सुर्खियों में है। बीजेपी के पूर्व नेता जगजीत सिंह उर्फ सोनू को गोलमुरी पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर एक महिला के साथ दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और अश्लील तस्वीरें वायरल करने जैसे संगीन आरोप लगे हैं।
ये गिरफ्तारी सिर्फ एक आरोपी को पकड़ने का मामला नहीं, बल्कि ये सवाल है—राजनीति में कितनी गहराई तक अपराध और सत्ता की सांठगांठ मौजूद है?
एक साल से फरार था BJP नेता
इस मामले की शुरुआत हुई थी एक साल पहले, जब पीड़िता ने गोलमुरी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एफआईआर में महिला ने आरोप लगाया कि जगजीत सिंह सोनू ने उसके साथ नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर दुष्कर्म किया और उसकी अश्लील तस्वीरें वायरल कर दीं।
लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि रिपोर्ट दर्ज होते ही आरोपी नेता फरार हो गया था। सवाल उठता है कि आखिर इतने दिनों तक वो किसकी छांव में बचता रहा?
कपड़े सिलवाने से होटल तक की कहानी
महिला ने बताया कि सोनू पहले अक्सर कपड़े सिलवाने के बहाने उसके घर आया करता था। धीरे-धीरे जान-पहचान बढ़ी और फिर एक दिन सोनू ने पैसे की मांग की। महिला ने उसे दो किस्तों में एक लाख रुपये दे दिए।
जब महिला ने पैसे वापस मांगे, तो सोनू ने उसे होटल बुलाया। वहां उसे तीन चेक दिए और साथ में नाश्ते के साथ कोल्ड ड्रिंक भी पिलाया। महिला ने बताया कि कोल्ड ड्रिंक पीते ही उसे नशा महसूस होने लगा और फिर आरोपी ने उसे बेहोशी की हालत में शिकार बनाया।
न सिर्फ दुष्कर्म, बल्कि मानसिक ब्लैकमेल भी
इस केस की सबसे डरावनी बात है कि दुष्कर्म के बाद सोनू ने महिला की अश्लील तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं। ये न सिर्फ एक महिला की अस्मिता पर हमला था, बल्कि उसकी मानसिक हत्या भी।
इतिहास गवाह है कि ऐसे मामलों में महिलाएं अक्सर न्याय की बजाय अपमान और शर्मिंदगी का शिकार बनती हैं। लेकिन इस बार महिला ने चुप्पी नहीं साधी—उसने हिम्मत दिखाई, एफआईआर दर्ज करवाई और लगातार न्याय की लड़ाई लड़ी।
आखिरकार गिरफ्तारी, लेकिन क्या अब होगा इंसाफ?
शनिवार को गोलमुरी पुलिस और सीतारामडेरा थाना की टीम ने एक संयुक्त कार्रवाई में जगजीत सिंह सोनू के घर पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया।
अब आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है, लेकिन सवाल ये है कि क्या इतने गंभीर आरोपों के बाद भी इस केस को राजनीतिक प्रभाव से बचाया जाएगा? क्या पीड़िता को निष्पक्ष न्याय मिलेगा?
राजनीति और अपराध का गठजोड़?
यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति के अपराध की कहानी नहीं है, बल्कि एक राजनीतिक व्यवस्था की पोल खोलता है, जहां अपराधी लंबे समय तक पार्टी के संरक्षण में खुलेआम घूमते रहते हैं।
बीजेपी जैसे राष्ट्रीय दल से जुड़े होने के कारण सवाल उठता है कि आखिर पार्टी ने एक साल तक इस आरोपी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की?
क्या पार्टी ने उसे बचाने की कोशिश की? या फिर ये मामला सिर्फ "इलेक्शन के बाद देखेंगे" वाली सोच में फंसा रहा?
जमशेदपुर दुष्कर्म कांड ने एक बार फिर हमें ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि महिलाओं की सुरक्षा सिर्फ नारे तक सीमित है या हकीकत में भी कोई बदलाव हो रहा है?
यह केस बताता है कि राजनीति में बैठे कुछ लोग कैसे अपने पद और प्रभाव का दुरुपयोग करते हैं, और कैसे एक महिला को न्याय पाने के लिए सालों संघर्ष करना पड़ता है।
अब देखना ये है कि क्या अदालत इस मामले में कड़ा फैसला सुनाकर एक मिसाल पेश करेगी या फिर ये केस भी बाकी हजारों केसों की तरह फाइलों में दब जाएगा।
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