Jamshedpur Tragedy : वृद्ध नहाने गया नदी में, तेज बहाव में बहकर हुआ लापता
जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र में छठ घाट पर नहाने गए एक दिव्यांग वृद्ध तेज बहाव में बह गया। स्थानीय लोग और पुलिस राहत प्रयासों में जुटे हैं। घटना से इलाके में चिंता और सनसनी फैल गई है।

जमशेदपुर: मानगो थाना क्षेत्र के वर्कर्स कॉलेज के पास स्थित छठ घाट पर शुक्रवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। एक वृद्ध, जिनकी उम्र लगभग 70 वर्ष बताई जा रही है और जो दिव्यांग भी थे, नहाने के लिए नदी में उतरे और तेज बहाव की वजह से पानी में बह गए।
घटना का विवरण
स्थानीय लोगों के अनुसार, वृद्ध घाट पर पहुंचे और अपने जूते उतारकर नहाने के लिए पानी में उतरे। कुछ ही समय में नदी की धार ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। लोग तुरंत उन्हें बचाने के लिए नदी में कूसे, लेकिन वह पहले ही काफी दूर बह चुके थे। नदी किनारे वृद्ध का जूता और वॉकर बरामद हुए हैं, जो उनकी पहचान का एक संकेत हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया और पुलिस कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस और स्थानीय लोग मिलकर नदी में खोजबीन कर रहे हैं। इस बीच, घाट पर मौजूद अन्य श्रद्धालुओं और ग्रामीणों में चिंता और भय का माहौल बना हुआ है।
दिव्यांग व्यक्ति की संघर्षपूर्ण जिंदगी
सूत्रों के अनुसार, वृद्ध पहले से ही दिव्यांग थे और स्वतंत्र रूप से चलने में कठिनाई होती थी। उनके पास वॉकर होने के बावजूद नदी में उतरना जोखिम भरा साबित हुआ। इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि क्या बुजुर्गों के लिए ऐसे घाटों पर सुरक्षा उपाय पर्याप्त हैं या नहीं।
छठ घाट और ऐतिहासिक महत्व
छठ घाट जमशेदपुर में छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण स्थल हैं। यह घाट वर्षों से स्थानीय लोगों और आसपास के ग्रामीणों के लिए पूजा और रोजमर्रा के लिए इस्तेमाल होता रहा है। हालांकि नदी के तेज बहाव और मौसम की बदलती परिस्थितियों के चलते ऐसे हादसे पहले भी होते रहे हैं।
सुरक्षा उपायों और चेतावनी
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने बार-बार चेतावनी जारी की है कि नदी के तेज बहाव में बुजुर्ग और कमजोर स्वास्थ्य वाले लोग अकेले न उतरें। इस घटना ने प्रशासन और लोगों को याद दिला दिया कि सुरक्षा उपायों के बिना नदी में उतरना जानलेवा साबित हो सकता है।
समाज और परिजनों की प्रतिक्रिया
वृद्ध के परिवार और आसपास के लोग हादसे की खबर सुनकर घटनास्थल पर पहुंचे। परिजन और पड़ोसी आशा कर रहे हैं कि उनका प्रिय व्यक्ति सुरक्षित निकल आए। सामाजिक रूप से यह घटना नदी सुरक्षा, बुजुर्गों की सुरक्षा और स्थानीय प्रशासन की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
जमशेदपुर के छठ घाट की यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि नदी के तेज बहाव और जोखिम भरे क्षेत्रों में सावधानी अत्यंत आवश्यक है। दिव्यांग और बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध, स्थानीय प्रशासन की सतर्कता और सामाजिक सहयोग ही ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद कर सकते हैं।
स्थानीय लोग और पुलिस दोनों मिलकर खोजबीन कर रहे हैं। आशा की जा रही है कि वृद्ध को जल्द ही सुरक्षित ढूंढा जा सके।
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