Jamshedpur Accident: माँ-बेटे वोट डालने के बाद हादसे का शिकार, हालत गंभीर
जमशेदपुर के कदमा बागे बस्ती निवासी माँ-बेटे वोट डालने के बाद बाइक हादसे का शिकार, गंभीर रूप से घायल। जानें कैसे हुआ यह दर्दनाक हादसा और उनकी हालत अब कैसी है।
जमशेदपुर, 13 नवंबर: चुनावी उत्साह में भाग लेकर लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेने के बाद लौट रहे माँ-बेटे की खुशियों को एक हादसे ने दर्द में बदल दिया। जमशेदपुर के कदमा बागे बस्ती निवासी कालीपद लोहार और उनकी मां बेबी कर्मकार बुधवार को चिलगू मोड़ के पास एक भीषण सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। गंभीर हालत में दोनों को स्थानीय लोगों ने त्वरित रूप से एमजीएम अस्पताल पहुंचाया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
मतदान के बाद की वापसी बनी हादसे का कारण
मिली जानकारी के अनुसार, कालीपद लोहार अपनी माँ बेबी कर्मकार को सुबह बाइक पर लेकर चौका में मतदान करवाने ले गए थे। लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लेने के बाद वे वापस लौट रहे थे कि अचानक चिलगू मोड़ के पास उनकी बाइक एक खड़ी कार से टकरा गई। इस टक्कर से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए माँ-बेटे को एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उनकी स्थिति अब भी नाजुक बनी हुई है।
हादसे के पीछे की दर्दनाक कहानी
बाइक दुर्घटना की खबर जैसे ही क्षेत्र में फैली, आसपास के लोगों में खलबली मच गई। कालीपद लोहार के रिश्तेदार बेंजामिन पॉल ने जानकारी दी कि कालीपद अपनी मां के साथ सुबह से ही मतदान केंद्र पहुंचे थे। वोट डालने के बाद, वे अपने घर लौट रहे थे, लेकिन उनकी बाइक ने अनियंत्रित होकर खड़ी कार को टक्कर मार दी। हादसे के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टर उनकी हालत पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
क्षेत्र में शोक और चिंता का माहौल
कालीपद लोहार और उनकी मां की यह दर्दनाक स्थिति सुनकर पूरे क्षेत्र में शोक और चिंता का माहौल है। दुर्घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने इस घटना को लेकर चिंता जताई और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी पर भी सवाल उठाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि चिलगू मोड़ के आसपास ट्रैफिक का दबाव अधिक होता है और सुरक्षा नियमों की अनदेखी अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनती है।
सड़क हादसों में वृद्धि और लोगों की लापरवाही
जमशेदपुर सहित झारखंड के कई क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं। पिछले कुछ वर्षों में देखा गया है कि यातायात नियमों का पालन न करने, तेज गति, और लापरवाही के चलते सड़क हादसों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की गंभीरता को दर्शाया है और लोगों को सावधानी बरतने की सख्त जरूरत का अहसास दिलाया है।
लोकतंत्र के उत्सव में एक काली छाया
यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लोगों के लिए एक गहरा आघात है। लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेने के बाद वापस लौट रहे कालीपद लोहार और उनकी माँ की खुशी को इस हादसे ने दहशत में बदल दिया। उनके परिवार और मित्रों की उम्मीदें हैं कि वे जल्द ही स्वस्थ होकर वापस आएं और इस दुःखद घटना से उबर सकें।
प्रशासन और सुरक्षा की आवश्यकता
सड़क हादसों में आए दिन बढ़ोतरी हो रही है, जिससे प्रशासन और लोगों दोनों को सड़क सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक होना आवश्यक है। इस घटना ने यह दर्शाया है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के साथ-साथ प्रशासन को भी उचित कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी दुर्घटनाएं कम हों और आम नागरिक सुरक्षित रह सकें।
इस हादसे ने एक बार फिर से जनता और प्रशासन के लिए सड़क सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है। एमजीएम अस्पताल में कालीपद लोहार और उनकी मां की हालत पर डॉक्टरों की नजर है, और पूरे शहर की दुआएं उनके साथ हैं।
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