Dhanbad News: दहेज हत्या के मामले में पति दोषी, अदालत ने सुनाया फैसला
धनबाद में दहेज हत्या मामले में पति मनोज प्रमाणिक को दोषी करार। गला दबाकर पत्नी शोभा कुमारी की हत्या, सजा पर फैसला 20 दिसंबर।
धनबाद में दहेज के लिए पत्नी की हत्या का एक मामला सोमवार को जिला व सत्र न्यायाधीश सप्तम कुलदीप की अदालत में पहुंचा।
अदालत ने इस मामले में मनोज प्रमाणिक को दोषी करार दिया है। मनोज ने अपनी पत्नी शोभा कुमारी की 2021 में गला दबाकर हत्या की थी।
अदालत ने सजा की सुनवाई के लिए 20 दिसंबर 2024 की तारीख तय की है।
कैसे हुआ था शोभा की हत्या का वारदात?
शोभा कुमारी ने मनोज प्रमाणिक से 30 जून 2021 को शादी की थी।
शादी के बाद दोनों मिठाई की दुकान में एक साथ काम करते थे।
परिजनों का आरोप था कि मनोज ने शोभा को दहेज के लिए प्रताड़ित किया था।
मनोज ने एक लाख रुपए दहेज की मांग की थी और इस कारण वह शोभा को मानसिक और शारीरिक रूप से तंग करता था।
- 24 अप्रैल 2022 की रात करीब 10 बजे, मनोज ने गला दबाकर शोभा की हत्या कर दी।
- इसके बाद, शोभा की मां की शिकायत पर जोड़ापोखर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई।
- पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 29 जुलाई 2022 को आरोप पत्र दायर किया था।
गवाहों ने किया खुलासा
मुकदमे के दौरान अभियोजन पक्ष ने कुल 10 गवाहों का परीक्षण कराया।
इन गवाहों ने घटनाक्रम की पुष्टि की और यह बताया कि मनोज ने शादी के बाद शोभा पर दहेज के लिए दबाव डाला था।
दहेज हत्या के अन्य मामलों में भी दोषी करार
इसके पहले, धनबाद में दहेज हत्या के एक और मामले में अदालत ने तीन आरोपियों को दोषी करार दिया था।
यह मामला झरिया के एहसान अली (पति), मुसायदा खातून (सास), और सहाबुद्दीन (ससुर) के खिलाफ था।
अदालत ने इन आरोपियों को भी दोषी करार किया और 21 दिसंबर 2024 को सजा पर सुनवाई के लिए तारीख निर्धारित की।
घटनाओं का समयबद्धता: दहेज हत्या की बढ़ती घटनाएं
धनबाद में दहेज हत्या की घटनाओं में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है।
इस मामले में एक और चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के कुछ दिन पहले चेतन साव की भी दहेज के कारण हत्या कर दी गई थी।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में दहेज हत्या के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
अदालत से आ रही सजा का निर्णय
अदालत ने इस मामले में मनोज प्रमाणिक को दोषी करार दिया है, लेकिन सजा पर निर्णय 20 दिसंबर को होगा।
यह तारीख सभी पक्षों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बाद यह तय होगा कि इस जघन्य अपराध को लेकर मनोज को कितनी कड़ी सजा दी जाएगी।
समान घटनाओं में बढ़ती दिलचस्पी
धनबाद में दहेज हत्या की घटनाएं न केवल स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुकी हैं, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक समस्या का हिस्सा भी हैं।
- धनबाद में दहेज की वजह से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
- समाज के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के अधिकारों को लेकर आवाज उठाई जा रही है, लेकिन यह मुद्दा अभी भी पूरी तरह हल नहीं हुआ है।
अदालत की ओर से दहेज प्रथा के खिलाफ कड़ी चेतावनी
विभिन्न अदालतों द्वारा सुनाए गए फैसलों ने दहेज प्रथा के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी है।
धनबाद में विभिन्न मामलों में अदालतें दोषियों को सख्त सजा दे रही हैं।
इसका उद्देश्य समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता फैलाना और इस प्रथा को समाप्त करना है।
क्या यह बदलाव का संकेत है?
मनोज प्रमाणिक को दोषी करार देने का फैसला एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
यह फैसले दहेज हत्या के मामलों में न्याय की ओर बढ़ते कदमों का प्रतीक हैं।
हालांकि, समाज को दहेज प्रथा के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
आपकी राय क्या है? क्या इस फैसले से दहेज प्रथा पर काबू पाया जा सकता है? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
What's Your Reaction?