Chhota Govindpur Protest Jamshedpur: दुर्गा पूजा मंडप के पास शराब की दुकान के खिलाफ स्थानीय लोगों का जोरदार विरोध!
जमशेदपुर के छोटा गोविंदपुर में 31 अगस्त 2025 को दुर्गा पूजा मंडप के पास शराब की दुकान खोलने के खिलाफ स्थानीय लोगों ने किया तीखा विरोध। सामाजिक सुरक्षा और महिलाओं की सुरक्षा को खतरा बताते हुए समुदाय ने उठाई आवाज! पूरी खबर पढ़ें!
जमशेदपुर, 31 अगस्त 2025 – परसुडीह थाना क्षेत्र के अंतर्गत छोटा गोविंदपुर में पैसेंजर हाल्ट के समीप एक शराब की दुकान खोलने की योजना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया। रविवार, 31 अगस्त 2025 को स्थानीय महिलाओं और पुरुषों ने इस दुकान के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शराब की दुकान खुलने से नशाखोरी को बढ़ावा मिलेगा, महिलाओं की सुरक्षा खतरे में पड़ेगी और सामाजिक शांति भंग होगी। यह दुकान दुर्गा पूजा मंडप और आवासीय क्षेत्र से 100 मीटर से भी कम दूरी पर प्रस्तावित है।
स्थानीय लोगों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि शराब की दुकान न केवल नशाखोरी को बढ़ावा देगी, बल्कि मोहल्ले में असामाजिक गतिविधियों, उत्पीड़न और अपराध को भी हवा देगी। विशेष रूप से महिलाओं ने इस दुकान के खुलने से अपनी सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई। एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमारे मोहल्ले में शराब की दुकान बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह हमारे बच्चों और महिलाओं के लिए खतरा है। दुर्गा पूजा मंडप के इतने करीब ऐसी दुकान खोलना पूरी तरह से गलत है।”
विरोध प्रदर्शन में दक्षिण छोटा गोविंदपुर पंचायत के मुखिया आलोक साण्डी, चंद्रवंशी समाज के अध्यक्ष अमरजीत प्रसाद, सचिव मधुसूदन प्रसाद, बबलू महतो, रतन दत्ता, सागर सिंह, श्रीधर महापात्र, सुभाष दास सहित कई प्रमुख लोग शामिल थे। प्रदर्शनकारी प्रस्तावित दुकान स्थल पर एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए प्रशासन से इस योजना को तत्काल रद्द करने की मांग की।
मुखिया आलोक साण्डी ने कहा, “हम इस शराब की दुकान को यहां खुलने नहीं देंगे। यह न केवल हमारे समुदाय की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल की पवित्रता को भी ठेस पहुंचाएगा। प्रशासन को हमारी मांगों पर ध्यान देना होगा और इस दुकान को कहीं और स्थानांतरित करना होगा।”
स्थानीय लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि शराब की दुकान का स्थान सामाजिक और सांस्कृतिक मानदंडों का उल्लंघन करता है, क्योंकि यह दुर्गा पूजा मंडप और आवासीय क्षेत्र के बहुत करीब है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपने विरोध को और तेज करेंगे।
यह कोई नया मामला नहीं है। देश भर में कई समुदाय आवासीय और सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में शराब की दुकानों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उदाहरण के लिए, अप्रैल 2025 में गाजीपुर के भटौली गांव में महिलाओं ने एक शराब की दुकान को ताला लगाकर विरोध किया था। इसी तरह, छत्तीसगढ़ के अछोली गांव में भी स्थानीय लोगों ने शराब की दुकान के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
छोटा गोविंदपुर का यह विरोध प्रदर्शन सामुदायिक कल्याण और सामाजिक सुरक्षा के लिए एक बड़े आंदोलन का हिस्सा है। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय प्रशासन और जिला अधिकारियों से इस शराब की दुकान को रोकने की मांग की है। अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन छोटा गोविंदपुर के निवासी अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं।
इस घटना ने शराब की दुकानों के नियमन को लेकर एक व्यापक बहस छेड़ दी है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां वे सामुदायिक कल्याण और सांस्कृतिक मूल्यों के लिए खतरा बन सकते हैं। स्थानीय लोग सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि व्यावसायिक हितों से पहले समुदाय की भलाई को प्राथमिकता दी जाए।
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