Chaibasa Collision : चाईबासा-तांतनगर NH पर तेज रफ्तार पिकअप वैन ने बाइक को मारी टक्कर, 19 साल के अमर पिंगुवा की मौके पर ही दर्दनाक मौत
पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा-तांतनगर (एनएच 75ई) पर शुक्रवार सुबह एक पिकअप वैन ने बाइक को टक्कर मार दी, जिसमें 19 वर्षीय अमर पिंगुवा की मौत हो गई और एक किशोर घायल हो गया। लगातार हो रही दुर्घटनाओं से आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से ठोस कार्रवाई और मुआवजे की मांग की है।
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में सड़क दुर्घटनाएं अब केवल आंकड़े नहीं, बल्कि रोजमर्रा का दर्दनाक हिस्सा बन गई हैं। शुक्रवार की सुबह चाईबासा-तांतनगर **(**एनएच 75ई) मुख्य सड़क पर सोसोहातू गांव के पास हुए एक और भीषण हादसे ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। एक तेज रफ्तार पिकअप वैन ने एक बाइक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे एक युवा को अपनी जान गंवानी पड़ी और एक किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया।
मृतक युवक की पहचान 19 वर्षीय अमर पिंगुवा के रूप में हुई है। टक्कर इतनी भयानक थी कि अमर के सिर पर गहरी चोट लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे ने सिर्फ एक परिवार को नहीं तोड़ा है, बल्कि इलाके के लोगों के बीच जिला प्रशासन की सड़क सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर आक्रोश पैदा कर दिया है।
ग्रामीणों में आक्रोश: हर दिन की समस्या बनी दुर्घटनाएं
घटना की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना की पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। लेकिन स्थानीय लोगों का गुस्सा केवल चालक की लापरवाही पर नहीं, बल्कि प्रशासन की उदासीनता पर भी है।
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एनएच 75ई पर खतरा: स्थानीय लोगों का स्पष्ट कहना है कि एनएच 75ई पर सड़क दुर्घटनाएं अब एक आम बात हो गई हैं। सड़क पर तेज रफ्तार वाहनों पर कोई नियंत्रण नहीं है और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस या प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा है।
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आंदोलन की चेतावनी: ग्रामीण इस मामले को लेकर गंभीर रूप से आक्रोशित हैं और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने का मूड बना लिया है। उनकी मुख्य मांग है कि सड़क सुरक्षा के लिए तत्काल प्रभाव से प्रभावी कदम उठाए जाएं।
शोक की लहर और मुआवजे की मांग
अमर पिंगुवा की असमय मौत से उनके परिवार और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। यह घटना एक परिवार के पालन-पोषण और भविष्य पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है।
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मुआवजे की मांग: ग्रामीणों ने जिला प्रशासन, खासकर जिला परिवहन विभाग से मांग की है कि मृतक के परिवार को तुरंत और उचित मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही, घायल किशोर का समुचित इलाज कराने की भी मांग की गई है।
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पुलिस जांच: पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। अब देखना यह है कि पुलिस तेज रफ्तार पिकअप वैन के चालक को कितनी जल्दी गिरफ्तार कर पाती है और प्रशासन ग्रामीणों के आक्रोश को शांत करने के लिए सड़क सुरक्षा पर क्या ठोस नीतिगत फैसले लेता है।
इस क्षेत्र के लगातार होने वाले हादसे दिखाते हैं कि सिर्फ जांच और मुआवजा काफी नहीं है, बल्कि सड़क पर लागू होने वाले नियमों को सख्ती से लागू करने और वाहन चालकों की लापरवाही पर लगाम कसने की नितांत आवश्यकता है।
आपकी राय में, राष्ट्रीय राजमार्ग **(एनएच) पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और लापरवाह ड्राइविंग पर नियंत्रण पाने के लिए स्थानीय पुलिस और परिवहन विभाग को कौन से दो सबसे अहम और तत्काल कदम उठाने चाहिए?
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