Chaibasa Tribute: नक्सली ब्लास्ट में शहीद CRPF अफसर को दी गई अंतिम विदाई, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि!
चाईबासा में नक्सली ब्लास्ट में शहीद हुए CRPF अफसर को दी गई अंतिम विदाई। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि, सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग।

चाईबासा: झारखंड के चाईबासा में हुए नक्सली आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार मंडल शहीद हो गए। रविवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पूरा माहौल गमगीन था और ‘शहीद सुनील मंडल अमर रहें!’ के नारों से गूंज उठा।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा,
"शहीद सुनील मंडल का अदभुत साहस और सर्वोच्च बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। इस दुखद घड़ी में पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा है।"
वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा,
"ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति दें।"
इस मौके पर डीजीपी अनुराग गुप्ता, सीआरपीएफ आईजी साकेत सिंह और बड़ी संख्या में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
कैसे हुआ हमला? नक्सलियों ने रची थी खूनी साजिश
घटना 22 मार्च की है, जब सीआरपीएफ की टीम चाईबासा के जंगलों में ऑपरेशन पर थी। इसी दौरान नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर जवानों पर हमला कर दिया। इस विस्फोट में सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार मंडल गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।
इतिहास: झारखंड में नक्सलवाद का खौफनाक चेहरा
झारखंड में नक्सली हिंसा कोई नई बात नहीं है। यह इलाका 90 के दशक से ही नक्सलवाद का गढ़ बना हुआ है।
???? 2009 में लातेहार में नक्सलियों ने 24 पुलिसकर्मियों को बेरहमी से मार दिया था।
???? 2013 में झारखंड के दुमका में नक्सलियों ने एसपी रणजीत प्रसाद की गाड़ी पर हमला कर उन्हें शहीद कर दिया था।
???? 2021 में चाईबासा में भी नक्सली हमले में कई सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे।
हर साल सैकड़ों जवान नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद होते हैं। बावजूद इसके, सरकार और सुरक्षा बलों की कोशिशें जारी हैं ताकि झारखंड को नक्सल-मुक्त बनाया जा सके।
शहीद के परिवार का दर्द – “बेटे की शहादत बेकार न जाए”
शहीद सुनील मंडल के परिवार के लिए यह सबसे दुखद क्षण था। उनके पिता ने कहा,
"मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ, लेकिन सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे कायराना हमले फिर न हों।"
शहीद के परिजनों ने सरकार से उचित मुआवजा और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग
इस नक्सली हमले के बाद झारखंड में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे ताकि नक्सली हमले रोके जा सकें।
चाईबासा में शहीद जवान की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी, जिन्होंने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
क्या सरकार लेगी कोई बड़ा कदम?
अब सवाल यह उठता है कि झारखंड सरकार और केंद्र सरकार इस हमले के बाद क्या ठोस कदम उठाएगी? क्या नक्सलियों के खिलाफ और सख्त ऑपरेशन चलाया जाएगा?
देश के हर नागरिक को उम्मीद है कि शहीद सुनील मंडल की शहादत बेकार नहीं जाएगी, और सरकार जल्द ही नक्सलवाद के खात्मे के लिए सख्त एक्शन लेगी।
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