Aligarh Mathematics Exhibition : Aligarh में Math Day Celebration, गणित के मॉडल्स ने बिखेरा जादू
अलीगढ़ पब्लिक स्कूल में गणित दिवस के अवसर पर विशेष प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। छात्रों ने गणितज्ञ रामानुजन की जन्मतिथि पर अपने मॉडल्स के जरिए गणित को सरल और रोचक बनाने का प्रयास किया।
अलीगढ़ पब्लिक स्कूल में गणित दिवस के अवसर पर एक शानदार प्रदर्शनी और कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यह आयोजन महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया। इस मौके पर छात्रों ने गणित को सरल और रोचक बनाने वाले कई अद्भुत मॉडल्स और प्रस्तुतियां दीं।
रामानुजन: गणितीय प्रतिभा का परिचय
गणित के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन करने वाले श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर 1887 को हुआ था। उन्होंने गणित के कई जटिल सिद्धांतों को अपनी विलक्षण बुद्धि से सुलझाया। उनकी खोजें आधुनिक गणित का आधार बनीं और आज भी उनका योगदान पूरी दुनिया में सराहा जाता है। गणित दिवस उनकी स्मृति और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत और मुख्य आकर्षण
कार्यक्रम की शुरुआत गणित विभाग की टीम के नेतृत्व में एक प्रेरणादायक उद्घाटन से हुई। बच्चों ने गणित से संबंधित मॉड्यूल और प्रदर्शनी प्रस्तुत की, जिनमें त्रिकोणमिति, ज्यामिति, और बीजगणित जैसे विषयों को रोचक तरीकों से समझाया गया।
मुख्य अतिथि प्रो. ज़किया अथर सिद्दीकी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा,
"गणित कठिन ज़रूर होता है, लेकिन सही शिक्षण विधियों और उत्साहपूर्ण दृष्टिकोण से इसे बेहद सरल और रोचक बनाया जा सकता है।"
गणित को रोचक बनाने की पहल
कार्यक्रम में वाइस प्रिंसिपल सैयद इरफान अली नकवी ने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों में गणित के प्रति रुचि और आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। प्रदर्शनी में दिखाए गए मॉड्यूल्स ने गणित की जटिलताओं को सरल रूप में प्रस्तुत कर श्रोताओं को प्रभावित किया।
प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा बनाए गए कुछ रोचक मॉड्यूल:
- त्रिभुज के सिद्धांत: जिसमें बच्चों ने कोणों और उनके अनुप्रयोग को आकर्षक तरीके से समझाया।
- गोलाकार ज्यामिति: पृथ्वी की संरचना और उसकी गणितीय व्याख्या को मॉडल के जरिए समझाया गया।
- संख्या प्रणाली: पुराने भारतीय गणितीय प्रणालियों और आधुनिक नंबर सिस्टम के बीच समानताएं दिखाई गईं।
गणित शिक्षकों का योगदान
कार्यक्रम के दौरान गणित विभाग के सभी सदस्य उपस्थित थे। उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए गणित को केवल एक विषय नहीं, बल्कि एक रोमांचक कला के रूप में प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम इंचार्ज सादिक अली और उनकी टीम ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिक्षकों ने छात्रों को यह समझाने में मदद की कि गणित हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है।
ऐसे आयोजनों का महत्व
गणित जैसे विषयों को रोचक बनाना हमेशा से एक चुनौती रही है। लेकिन ऐसे कार्यक्रम इस मिथक को तोड़ते हैं कि गणित केवल कठिन समीकरणों और सिद्धांतों का विषय है। यह छात्रों में रचनात्मकता और तार्किक सोच विकसित करने में मदद करता है।
इतिहास और गणित का संगम
भारत गणितीय ज्ञान का केंद्र रहा है। प्राचीन समय में आर्यभट्ट, ब्रह्मगुप्त, और बाद में रामानुजन जैसे गणितज्ञों ने पूरी दुनिया को भारतीय गणित की ताकत से परिचित कराया। यह आयोजन न केवल रामानुजन के योगदान को याद करता है, बल्कि भारत की इस गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रयास करता है।
कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट लोग
इस अवसर पर प्रो. ज़किया अथर सिद्दीकी के साथ वाइस प्रिंसिपल सैयद इरफान अली नकवी, प्रोक्टर इरशाद हुसैन, मीडिया प्रभारी डॉ. फातिमा ज़हरा, और अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।
श्रोताओं का अनुभव
प्रदर्शनी देखने आए छात्रों और अभिभावकों ने इसे प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक बताया। मॉड्यूल्स और प्रस्तुतियों ने सभी को यह सिखाया कि गणित को केवल एक कठिन विषय के रूप में देखने के बजाय इसे समझने और आनंद लेने की कला के रूप में अपनाया जाए।
गणित दिवस: एक नई दिशा की ओर कदम
इस तरह के आयोजन छात्रों को गणित के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण देने के साथ-साथ इसे एक रोचक विषय के रूप में स्थापित करते हैं। अलीगढ़ पब्लिक स्कूल की यह पहल अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।
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