Jamshedpur War Heroes : वरुण कुमार की अद्वितीय यात्रा और सैन्य कल्याण में योगदान
झारखंड के वरुण कुमार को अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा सम्मानित किया गया। जानिए उनकी प्रेरणादायक यात्रा और उनके द्वारा किए गए महान कार्यों के बारे में।
झारखंड के वरुण कुमार, जिनकी सेवा और प्रतिबद्धता ने उन्हें अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, दिल्ली से सम्मानित किया, एक प्रेरणास्त्रोत बन चुके हैं। यह सम्मान उन्हें उनके असाधारण कार्यों के लिए दिया गया, जो उन्होंने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए किए हैं।
कॉलेज के अंतिम वर्ष में भारतीय नौसेना में चयनित होने के बाद, उन्होंने तुरंत ट्रेनिंग के लिए चिल्का भेजे जाने के बाद, अपनी सैन्य सेवा की शुरुआत की। उनकी पहली सेवा आईएनसी विनाश में क्रू मेंबर के रूप में थी, और फिर 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान उन्होंने दुश्मन को भारतीय नौसेना के साथ मिलकर कड़ी चुनौती दी।
2003 में, 15 वर्षों तक सेवा देने के बाद, वरुण कुमार ने नागरिक जीवन में लौटने का निर्णय लिया और लोहनगरी में सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए काम करने की योजना बनाई। इसके बाद, उन्होंने जमशेदपुर के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान एनटीटीएफ गोलमुरी में अपनी सेवाएं शुरू की।
2007 में, उन्होंने अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की शाखा जमशेदपुर में स्थापित की। यह संस्था सेवानिवृत्त सैनिकों की मदद करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है। यहाँ सैनिकों को रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा और उनके विभिन्न मुद्दों पर सहायता प्रदान की जाती है। वरुण कुमार ने वीर नारियों और शहीद परिवारों के सम्मान में भी कई महत्वपूर्ण पहल कीं।
उन्हें खास गर्व है कि उन्होंने विजय दिवस (शौर्य अंजलि) और पराक्रम यात्रा जैसी योजनाओं के जरिए, सैन्य युद्धों और उनके महत्व को आज के युवाओं तक पहुंचाया। इन कार्यक्रमों के तहत वे स्कूलों में करियर काउंसलिंग भी करते हैं, ताकि युवा सैन्य सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित हों।
वरुण कुमार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है कि उनके नेतृत्व में 2009 में विजय दिवस समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख अखबार प्रभात खबर के कार्यकारी संपादक अनुज कुमार सिन्हा भी शामिल हुए। इस समारोह के दौरान, पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल वीएम पाटिल जी और लेफ्टिनेंट जनरल जीडी बक्शी जैसे सम्मानित सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को एक ऐतिहासिक महत्व दिया।
उनका मानना है कि सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए रोजगार का अवसर और नागरिक परिवेश में उनका सम्मान बहुत जरूरी है। वर्तमान में वे आर डी टाटा तकनीकी संस्थान में डिप्टी मैनेजर (एडमिनिस्ट्रेशन) के रूप में कार्यरत हैं।
सैनिकों के लिए किए गए उनके कार्यों और उनके नेतृत्व में किए गए प्रयासों ने उन्हें हर किसी का प्रिय बना दिया है, और उनका योगदान सैनिक कल्याण के क्षेत्र में अनमोल है।
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