शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
शहीद निर्मल महतो के 37वें शहादत दिवस पर झारखंड के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। चंपाई सोरेन और बिद्युत बरण महतो ने उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें महान क्रांतिकारी बताया।
शहीद निर्मल महतो के 37वें शहादत दिवस पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और जमशेदपुर के सांसद बिद्युत बरण महतो ने बिष्टुपुर स्थित चमरिया गेस्ट हाउस मुख्य गेट पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर नेताओं ने निर्मल महतो को महान क्रांतिकारी और झारखंड अलग राज्य का अग्रणी योद्धा बताया।
शहीद निर्मल महतो की याद
चंपाई सोरेन ने इस मौके पर कहा, "निर्मल महतो की शहादत की वजह से ही अलग झारखंड राज्य का सपना साकार हो सका। उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। आज के दिन झारखंड मुक्ति मोर्चा पूरे साल की रूपरेखा तय करती है।" इसके बाद, चंपाई सोरेन सीधे कदमा के उलियान स्थित शहीद निर्मल महतो के समाधि स्थल के लिए रवाना हो गए, जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आने की संभावना है। वहां एक सभा का भी आयोजन किया गया है।
परिवार और अन्य नेताओं की श्रद्धांजलि
उलियान स्थित समाधि स्थल पर ईचागढ़ की पूर्व विधायक और शहीद निर्मल महतो के छोटे भाई की पत्नी सविता महतो ने सपरिवार उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर अन्य नेताओं और समर्थकों ने भी उन्हें याद किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
शहीद निर्मल महतो का योगदान
निर्मल महतो का योगदान झारखंड आंदोलन में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने अपने जीवन को झारखंड की आजादी और अधिकारों की लड़ाई के लिए समर्पित कर दिया था। उनके बलिदान ने झारखंड के लोगों को एकजुट किया और उन्हें उनके अधिकार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर उन्हें याद करते हुए नेताओं ने उनके संघर्ष और बलिदान को सलाम किया। इस अवसर पर लोगों ने उनके आदर्शों को अपनाने और झारखंड की उन्नति के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
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