Ranchi Drug Seizure : रेलवे स्टेशन से 45 किलो गांजा जब्त, तीन तस्कर गिरफ्तार!
रांची रेलवे स्टेशन से 45 किलो गांजा बरामद, तीन तस्करों की गिरफ्तारी, जानें इस बड़ी कार्रवाई के बारे में पूरी जानकारी।
Ranchi, January 2025: रांची रेलवे स्टेशन पर RPF (रेलवे सुरक्षा बल) की फ्लाइंग टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। प्लेटफार्म नंबर एक से 45 किलो गांजा जब्त किया गया है, जिसे तीन तस्करों के पास से बरामद किया गया। यह तस्करी के खिलाफ रेलवे सुरक्षा बल की लगातार चल रही कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है। इस ऑपरेशन में बिहार के बक्सर जिले से संबंधित तीन संदिग्ध तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान
आरपीएफ के निरीक्षक शिशुपाल कुमार ने गुरुवार को बताया कि रांची रेल मंडल के आरपीएफ कमांडेंट पवन कुमार के नेतृत्व में मादक पदार्थों और अवैध शराब के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में रांची रेलवे स्टेशन पर एक फ्लाइंग टीम, आरपीएफ रांची और सीबीआई रांची की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता प्राप्त हुई। यह कार्रवाई रेलवे स्टेशन पर होने वाली मादक पदार्थों की तस्करी पर नकेल कसने के लिए अहम साबित हुई है।
तस्करों की गिरफ्तारी
रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर ओवरब्रिज के नीचे तीन संदिग्ध व्यक्ति बैठे हुए थे। इन लोगों के पास भारी सामान था, जिसे देखकर टीम को शक हुआ। संदेह होने पर इन तीनों को हिरासत में लेकर उनके बैग की जांच की गई। बैग की जांच में 8 बोरियों में कुल 45 किलो गांजा बरामद हुआ। सहायक सुरक्षा आयुक्त अशोक कुमार सिंह की उपस्थिति में पैकेटों की डीडी किट से जांच की गई, जो पॉजिटिव पाई गई। बरामद गांजा की कीमत लगभग ₹4.5 लाख बताई जा रही है।
तस्करों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
गांजा और आरोपियों के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है, और पूरी कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद उन्हें जीआरपी रांची को सौंप दिया गया है। इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और अब जांच की प्रक्रिया जारी है। रेलवे सुरक्षा बल की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि तस्करी के खिलाफ उनकी निगरानी बेहद कड़ी है।
टीम का योगदान
इस अभियान में एसआई सोहन लाल, कमल दास, स्टाफ पवन कुमार, एएसआई रवि शेखर, स्टाफ एमडी अलीम, आरके सिंह, हेमंत, डीके जीतरवाल, और वीएल मीना सहित कई टीम के सदस्य शामिल थे। इनकी मेहनत और सजगता की वजह से यह बड़ी सफलता संभव हो पाई।
तस्करी के इतिहास में यह नया कदम
रेलवे स्टेशन और ट्रेनों का उपयोग तस्करों द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी के लिए किया जाता है, जो समाज के लिए एक गंभीर समस्या है। रांची रेलवे स्टेशन पर इस बड़ी तस्करी की कोशिश को नाकाम करने से यह साफ हो गया कि रेलवे सुरक्षा बल ने तस्करी और अपराधों की रोकथाम के लिए अपनी रणनीतियों को और अधिक प्रभावी बना लिया है।
रांची रेलवे स्टेशन पर हुई इस तस्करी के खिलाफ की गई कार्रवाई ने यह साबित किया है कि रेलवे सुरक्षा बल अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी से निभा रहा है। तस्करों के खिलाफ यह बड़ी सफलता, रेलवे सुरक्षा की दिशा में एक अहम कदम है और यह भविष्य में तस्करी को रोकने के लिए एक प्रेरणा बनेगी। अब यह देखने की बात होगी कि इस मामले में जांच के बाद और क्या खुलासे होते हैं।
What's Your Reaction?