Nawada. Environmental Action: गंगा संरक्षण और प्लास्टिक प्रतिबंध पर सख्त निर्देश
नवादा में गंगा संरक्षण, प्लास्टिक प्रतिबंध और पर्यावरणीय सुधार के लिए बड़े कदम। जिला प्रशासन ने नदी तट पर वृक्षारोपण, प्लास्टिक उपयोग पर सख्ती और जागरूकता अभियान तेज किया।
24 नवंबर 2024 : नवादा में पर्यावरण संरक्षण और गंगा के पुनर्जीवन के लिए जिला प्रशासन ने ठोस कदम उठाए हैं। 23 नवंबर 2024 को जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति, पर्यावरण समिति और एकल उपयोग प्लास्टिक टास्कफोर्स की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में पर्यावरण से जुड़े अहम मुद्दों की समीक्षा और सुधारात्मक उपायों पर चर्चा हुई।
गंगा संरक्षण के लिए वृक्षारोपण को प्राथमिकता
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में पौधारोपण को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नदी किनारे हरियाली से न केवल पर्यावरण सुधरेगा, बल्कि जलवायु संतुलन भी बेहतर होगा। साथ ही, उन्होंने वृक्षारोपण अभियानों को तेज करने और स्थानीय लोगों को इसमें शामिल करने पर जोर दिया।
वाहनों और निर्माण स्थलों पर सख्ती
जिलाधिकारी ने जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिया कि वाहनों का परिचालन पर्यावरणीय मानकों और कानूनों के अनुरूप हो।
- निर्माण स्थलों पर प्रदूषण नियंत्रण: खुले में निर्माण कार्य न किए जाएं। निर्माण सामग्री को ढककर रखने का सख्त निर्देश दिया गया।
- ईंधन के उपयोग में बदलाव: चाय स्टॉल और होटलों को कोयले के स्थान पर वैकल्पिक ईंधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि वायु प्रदूषण को कम किया जा सके।
स्कूलों में वृक्षारोपण का अभियान
जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि सभी स्कूलों में वृक्षारोपण अभियान चलाया जाए। प्रधानाध्यापक छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करें और हर स्कूल में हरित क्षेत्र विकसित किया जाए।
प्लास्टिक प्रतिबंध पर सख्ती
प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए:
- नगर पंचायतों के कार्यपालक पदाधिकारी को प्लास्टिक उपयोग करने वाले दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
- प्लास्टिक के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने और इसके दुष्प्रभावों के बारे में प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने को कहा गया।
इतिहास: गंगा और पर्यावरण संरक्षण का महत्व
गंगा भारत की सांस्कृतिक और भौगोलिक जीवनरेखा मानी जाती है। हालांकि, औद्योगिक प्रदूषण, प्लास्टिक कचरा और तटवर्ती क्षेत्रों में अतिक्रमण ने गंगा की स्वच्छता और प्रवाह को प्रभावित किया है। 2014 में शुरू हुई नमामि गंगे योजना जैसे अभियानों ने इस दिशा में कुछ सुधार किए हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर मजबूत प्रयास आवश्यक हैं।
प्लास्टिक प्रतिबंध का इतिहास भी हाल के वर्षों में चर्चा का विषय रहा है। भारत ने 2022 में सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध लागू किया, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका क्रियान्वयन चुनौती बना हुआ है।
सहभागिता और सहयोग की अपील
बैठक में जिला पदाधिकारी ने जनता और स्थानीय निकायों से पर्यावरण सुधार अभियानों में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे प्रयास, जैसे वृक्षारोपण, प्लास्टिक का कम उपयोग, और वैकल्पिक ईंधन अपनाना, बड़े बदलाव ला सकते हैं।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में:
- अपर समाहर्ता श्री चंद्रशेखर आजाद
- वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री श्रेष्ठ कुमार कृष्णा
- जिला परिवहन पदाधिकारी श्री नवीन कुमार पांडे
- अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी डॉ. राजकुमार सिन्हा
समेत अन्य अधिकारियों ने भाग लिया और महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
नवादा जिला प्रशासन ने पर्यावरण संरक्षण, गंगा पुनर्जीवन, और प्लास्टिक प्रतिबंध को लेकर ठोस कदम उठाए हैं। वृक्षारोपण, जागरूकता अभियान, और प्रशासनिक सख्ती से नवादा में एक हरित और स्वच्छ भविष्य की नींव रखी जा रही है। ऐसे प्रयास न केवल जिले बल्कि देश के पर्यावरण सुधार में सहायक साबित होंगे।
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