जमशेदपुर के मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल में फीस को लेकर विवाद, अभिभावक और छात्र परेशान
जमशेदपुर के मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल में आरटीई अधिनियम के तहत नामांकित छात्रों से सामान्य फीस मांगी जा रही है। अभिभावकों की आर्थिक स्थिति खराब होने पर भी स्कूल प्रबंधन का दबाव बढ़ रहा है। जानें पूरी कहानी।
जमशेदपुर, 8 अक्टूबर 2024: मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल में आरटीई अधिनियम 2009 के तहत नामांकित छात्रों के अभिभावक चिंतित हैं। स्कूल प्रबंधन ने अब कक्षा IX और X में पढ़ रहे इन बच्चों से सामान्य वर्ग की तरह स्कूल फीस की मांग की है। यह स्थिति तब है जब इन बच्चों के अभिभावकों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे स्कूल प्रबंधन की मांग के अनुसार फीस चुका सकें।
स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस ना देने के कारण इन बच्चों को घंटों स्कूल के बाहर बैठाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन को एक पत्र सौंपकर अनुरोध किया है कि वे हर महीने फीस का केवल 25% से 30% ही दे पाएंगे। इससे अधिक वे देने में असमर्थ हैं। इस बात की जानकारी जमशेदपुर अभिभावक संघ ने पहले ही जिला शिक्षा विभाग को दी थी, लेकिन फिर भी स्कूल प्रबंधन की ओर से फीस जमा करने का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
स्कूल प्रबंधन ने अब इन बच्चों का फास्ट टर्म रिपोर्ट कार्ड भी रोक दिया है। प्रबंधन ने कहा है कि जब तक पूरी फीस जमा नहीं होगी, तब तक रिपोर्ट कार्ड नहीं मिलेगा और बच्चों को स्कूल भी नहीं आने दिया जाएगा। इस स्थिति से बच्चे और उनके अभिभावक दोनों ही परेशान और डरे हुए हैं।
इस मामले में अभिभावक संघ ने स्कूल प्रबंधन से अनुरोध किया है कि वे बच्चों से फीस लेते समय उनके आर्थिक हालात को समझें और उनके अनुरोध के अनुसार फीस लेने की प्रक्रिया अपनाएं। इस पर अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का है और उन्हें किसी भी तरह की मानसिक प्रताड़ना का सामना नहीं करना चाहिए।
अभिभावक संघ ने अब स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आवाज उठाने का निर्णय लिया है। वे चाहते हैं कि स्कूल प्रबंधन उनके बच्चों का रिपोर्ट कार्ड जारी करे और उनकी समस्याओं का समाधान करे।
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