झारखंड में संसाधनों की लूट: आंदोलनकारियों का बिगुल
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने बारिडीह में संगोष्ठी आयोजित की, जिसमें राज्य के सभी 24 जिलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। जानें कैसे वे संसाधनों की लूट के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
रविवार को जमशेदपुर के बारिडीह स्थित वीज्या गार्डन में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया। इस संगोष्ठी में राज्य के सभी 24 जिलों से मोर्चा के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उनका मुख्य उद्देश्य झारखंड आंदोलनकारियों को उचित सम्मान और अधिकार दिलाना है।
प्रतिनिधियों के अनुसार, झारखंड में जल, जंगल, और जमीन के साथ-साथ खनिजों की लूट भी जारी है। बड़े उद्योगपतियों द्वारा इन संसाधनों का दोहन किया जा रहा है, जिससे झारखंड के मूलवासी राजनीति का शिकार बन रहे हैं।
मोर्चा का मानना है कि इस लूट को रोकना और आंदोलनकारियों के अधिकारों की रक्षा करना अत्यंत आवश्यक है। वे राज्यभर में इसके खिलाफ जागरूकता फैलाकर आंदोलन कर रहे हैं।
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