Jamshedpur Crackdown - होली से पहले अवैध शराब पर बड़ी कार्रवाई, 3200 किलो जावा महुआ नष्ट

होली से पहले पूर्वी सिंहभूम उत्पाद विभाग ने बरसोल थाना क्षेत्र में छापेमारी कर 3200 किलो अवैध जावा महुआ और 150 लीटर महुआ शराब जब्त की। जानिए पूरी खबर!

Mar 10, 2025 - 19:52
Mar 10, 2025 - 20:05
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Jamshedpur Crackdown - होली से पहले अवैध शराब पर बड़ी कार्रवाई, 3200 किलो जावा महुआ नष्ट
Jamshedpur Crackdown - होली से पहले अवैध शराब पर बड़ी कार्रवाई, 3200 किलो जावा महुआ नष्ट

जमशेदपुर: होली के त्योहार से पहले प्रशासन ने अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पूर्वी सिंहभूम उत्पाद विभाग की टीम ने घाटशिला अनुमंडल के बरसोल थाना क्षेत्र में सटीक सूचना के आधार पर छापेमारी की। इस दौरान 3200 किलो अवैध जावा महुआ और लगभग डेढ़ सौ लीटर चुलाई महुआ शराब जब्त की गई। हालांकि, अधिकारियों के पहुंचने की भनक लगते ही अवैध धंधे में संलिप्त लोग मौके से फरार हो गए।

होली से पहले सख्त हुई प्रशासन की नजर

होली जैसे बड़े पर्व पर अवैध शराब की बिक्री और खपत में इजाफा देखा जाता है। ऐसे में प्रशासन पहले से सतर्क हो गया है और लगातार छापेमारी कर रहा है। पूर्वी सिंहभूम के सहायक उत्पाद आयुक्त एवं घाटशिला अनुमंडलाधिकारी के निर्देश पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

छापेमारी अभियान में क्या मिला?

सोमवार को उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने बरसोल थाना क्षेत्र के लुगहरा और लोधनबनी इलाकों में छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में अवैध महुआ शराब का जखीरा मिला। पूरी तरह तैयार डेढ़ सौ लीटर महुआ शराब जब्त की गई और 3200 किलो कच्चा जावा महुआ मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।

अवैध शराब कारोबार पर क्यों बढ़ रही है सख्ती?

झारखंड और खासकर घाटशिला अनुमंडल क्षेत्र में अवैध महुआ शराब का कारोबार लंबे समय से फल-फूल रहा है। त्योहारों के मौके पर इसकी मांग बढ़ जाती है, जिससे अवैध कारोबारी सक्रिय हो जाते हैं। प्रशासन इसे रोकने के लिए लगातार सघन अभियान चला रहा है ताकि होली जैसे बड़े पर्व को शांति और सुरक्षा के साथ मनाया जा सके।

कार्रवाई में कौन-कौन रहे शामिल?

इस छापेमारी अभियान में उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक सुप्रभात दत्ता, मो. गुफरान और पुलिस अवर निरीक्षक सिकंदर यादव सहित अन्य अधिकारी व कर्मी शामिल रहे। अधिकारियों का कहना है कि आगे भी इस तरह की छापेमारी जारी रहेगी ताकि जिले में अवैध शराब के उत्पादन और बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।

इतिहास में अवैध शराब पर कैसी रही है कार्रवाई?

भारत में अवैध शराब के खिलाफ हमेशा सख्ती बरती जाती रही है। कई राज्यों में अवैध शराब के सेवन से दुर्घटनाएं होती रही हैं, जिससे सरकारें लगातार इस पर लगाम कसने के लिए नियमों को कड़ा करती आई हैं। झारखंड में भी महुआ शराब पर प्रतिबंध और नियंत्रण के लिए प्रशासन लगातार अभियान चलाता है।

क्या आगे भी होंगे ऐसे अभियान?

सूत्रों के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक जिले में सघन छापेमारी अभियान जारी रहेगा। खासतौर पर त्योहारों के दौरान प्रशासन अवैध गतिविधियों पर पैनी नजर रखेगा ताकि अवैध शराब की बिक्री और खपत को रोका जा सके।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।