Jamshedpur Flag Hoisting: गणतंत्र दिवस पर सिविल डिफेंस कार्यालय में ध्वजारोहण, जानें खास बातें
जमशेदपुर के सिविल डिफेंस कार्यालय में गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण और झांकी प्रदर्शन की खास बातें। जानें मुख्य अतिथि शताब्दी मजुमदार और सिविल डिफेंस के योगदान की पूरी कहानी।
जमशेदपुर: गणतंत्र दिवस के मौके पर बिष्टुपुर स्थित सिविल डिफेंस कार्यालय में एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि धालभूम एसडीओ सह नागरिक सुरक्षा जमशेदपुर की उप नियंत्रक शताब्दी मजुमदार ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर सिविल डिफेंस के कई अधिकारी और स्वयंसेवक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
सिविल डिफेंस और देशभक्ति का अद्भुत संगम
कार्यक्रम की शुरुआत शताब्दी मजुमदार के ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ हुई। इस मौके पर सिविल डिफेंस के चीफ वार्डेन अरुण कुमार, डिप्टी चीफ वार्डेन दया शंकर मिश्रा, और प्रधान लिपिक सुरेश प्रसाद ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
श्रीमती मजुमदार ने अपने भाषण में सिविल डिफेंस के कार्यों को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिक सुरक्षा के लिए अधिक संख्या में स्वयंसेवकों को जोड़ना चाहिए ताकि हर चुनौती का सामना बेहतर तरीके से किया जा सके।
गणतंत्र दिवस और सिविल डिफेंस का ऐतिहासिक योगदान
सिविल डिफेंस भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। इसकी स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के समय हुई थी, जब नागरिकों को वायु हमलों से सुरक्षित रखने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया। समय के साथ, सिविल डिफेंस ने आपदाओं और अन्य संकटों में अपनी भूमिका को विस्तार दिया। गणतंत्र दिवस पर, उनके द्वारा हर साल निकाली जाने वाली झांकियां न केवल उनके योगदान को प्रदर्शित करती हैं, बल्कि देशभक्ति की भावना को भी उजागर करती हैं।
इस वर्ष भी सिविल डिफेंस ने गोपाल मैदान में आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में अपनी आकर्षक झांकी प्रस्तुत की। झांकी में सिविल डिफेंस द्वारा किए गए कार्यों और उनकी उपलब्धियों को शानदार ढंग से प्रदर्शित किया गया। इसके लिए झारखंड सरकार के शिक्षामंत्री रामदास सोरेन ने उन्हें द्वितीय स्थान की ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
स्वयंसेवकों का हौसला बढ़ाने का प्रयास
कार्यक्रम के दौरान निस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले दर्जनों स्वयंसेवकों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने स्वयंसेवकों की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की और उन्हें भविष्य में और भी बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
समारोह का समापन और संदेश
ध्वजारोहण कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि शताब्दी मजुमदार को पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने सिविल डिफेंस कार्यालय के अधिकारियों और स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, "आप सभी का समर्पण ही देश की सुरक्षा और विकास में हमारी ताकत है।"
जमशेदपुर में इस तरह का आयोजन न केवल गणतंत्र दिवस की गरिमा को बढ़ाता है, बल्कि यह सिविल डिफेंस जैसे संगठनों के महत्व और उनकी भूमिका को भी उजागर करता है।
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