Jamshedpur Firing: 19 साल के आरोपी ने की थी फायरिंग, पुलिस ने ऐसे सुलझाया पूरा मामला!
जमशेदपुर के गोविंदपुर प्रकाशनगर में 17 मार्च को हुई फायरिंग का पुलिस ने किया खुलासा। 19 साल का आरोपी तुषार कर्मकार गिरफ्तार, जानें कैसे पुलिस ने सुलझाया केस और क्या थी इस वारदात की पूरी कहानी?

जमशेदपुर के गोविंदपुर प्रकाशनगर के गरुड़बासा इलाके में 17 मार्च को हुई सनसनीखेज फायरिंग मामले का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस वारदात के मुख्य आरोपी 19 वर्षीय तुषार कर्मकार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले की जानकारी दी और बताया कि आरोपी को खैरबनी फुटबॉल ग्राउंड के पास से गुरुवार रात गिरफ्तार किया गया। पुलिस को आरोपी के निशानदेही पर फायरिंग में इस्तेमाल की गई गोली का खाली खोखा मनपीटा साईं मंदिर के पास से बरामद हुआ।
लेकिन ये फायरिंग क्यों हुई? क्या थी इसकी वजह? इस केस से जुड़े चौंकाने वाले तथ्य अब सामने आ रहे हैं।
1 जनवरी से चल रहा था विवाद, रिश्ते में भाई निकला आरोपी!
पुलिस जांच में पता चला कि तुषार कर्मकार और मृतक शंभू लोहार आपस में रिश्तेदार थे। तुषार रिश्ते में शंभू का फुफेरा भाई लगता है और उनके बीच पिछले 1 जनवरी से ही विवाद चल रहा था। दोनों के बीच कई बार झगड़ा हो चुका था, लेकिन 17 मार्च की घटना ने इस दुश्मनी को और खतरनाक मोड़ दे दिया।
कैसे हुई वारदात?
घटना वाले दिन यानी 17 मार्च को दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई। मामला इतना बढ़ गया कि तुषार ने गुस्से में आकर शंभू पर गोली चला दी। घायल शंभू को टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटनास्थल के निरीक्षण के दौरान पुलिस को एक बंदूक और गोली बरामद हुई थी, जिससे फायरिंग की गई थी।
कैसे पकड़ा गया आरोपी? ऐसे हुआ खुलासा!
पुलिस ने इस फायरिंग केस में 18 मार्च को मामला दर्ज किया और फिर सिटी डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया।
गुरुवार रात को पुलिस टीम ने खैरबनी फुटबॉल ग्राउंड के पास तुषार को घेर लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया कि उसने गुस्से में आकर गोली चलाई थी।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या और आर्म्स एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
क्या कहती है इतिहास की कड़ियां? जमशेदपुर और बढ़ते अपराध!
झारखंड का जमशेदपुर शहर कभी भारत का सबसे शांतिपूर्ण औद्योगिक नगर हुआ करता था, लेकिन हाल के वर्षों में यहां अपराधों में तेजी से इजाफा हुआ है। खासकर गोविंदपुर और बागबेड़ा जैसे इलाकों में आपराधिक गतिविधियां बढ़ी हैं।
पहले भी जमशेदपुर में पारिवारिक विवाद, जमीन के झगड़े और गैंगवार जैसी घटनाओं में कई फायरिंग और हत्याएं हो चुकी हैं। पुलिस ने हाल ही में अपराध पर लगाम लगाने के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाई है, लेकिन फिर भी अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
क्या फायरिंग के पीछे कोई और साजिश थी? पुलिस कर रही गहन जांच!
पुलिस का कहना है कि इस केस में अभी और भी कई पहलुओं की जांच की जा रही है। क्या इस फायरिंग के पीछे कोई और वजह थी? क्या यह सिर्फ आपसी विवाद था या फिर इसमें कोई बड़ी साजिश भी थी?
जांच के दौरान कई नए खुलासे होने की संभावना है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है और अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
कानून से नहीं बच सकते अपराधी!
इस मामले से साफ है कि गुस्से और आपसी रंजिश में लिया गया कोई भी कदम जीवनभर की तबाही ला सकता है। जमशेदपुर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन इस तरह की वारदातें दर्शाती हैं कि समाज में अपराध की जड़ें कितनी गहरी हो चुकी हैं।
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