Gamharia Flat Demolished : पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने टायो आवासीय सेक्टर फ्लैट हादसे पर लिया संज्ञान, मजदूरों को मिलेगा इंसाफ?
गम्हरिया में टायो आवासीय सेक्टर के जर्जर फ्लैट गिरने के मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने लिया संज्ञान, मजदूरों को नया फ्लैट और मुआवजे का वादा किया। जानिए पूरी खबर!
गम्हरिया में टायो आवासीय सेक्टर के जर्जर फ्लैट गिरने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। सोमवार को हुए इस बड़े हादसे में 16 फ्लैट एक साथ गिर गए थे, लेकिन गनीमत रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। हालांकि, मजदूरों का सामान मलबे में दबकर नष्ट हो गया, जिससे उनकी पीड़ा बढ़ गई। इस घटना पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने संज्ञान लिया और पीड़ित मजदूरों को इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया है।
हादसा क्यों हुआ?
टायो कंपनी, जो एक समय तक टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई के रूप में काम करती थी, अब बंद हो चुकी है। इसके बंद होने के बाद भी कंपनी के फ्लैटों में मजदूर रहते थे, जो जर्जर हो चुके थे। बताया जा रहा है कि पिछले 9 सालों से इन फ्लैटों का मेंटेनेंस नहीं हुआ था। यही कारण था कि सोमवार को एक साथ 16 फ्लैट गिर गए। हालांकि, इससे पहले मजदूरों को उनका फाइनल सेटलमेंट नहीं मिला था, और मामला न्यायालय में लंबित था।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का संज्ञान
चंपाई सोरेन मंगलवार को घटनास्थल पर पहुंचे और मजदूरों की समस्याओं को सुना। उन्होंने टाटा प्रबंधन से फोन पर बात की और मजदूरों को नया फ्लैट देने का आदेश दिया। चंपाई सोरेन ने यह भी सुनिश्चित किया कि मजदूरों को उचित मुआवजा दिया जाएगा और यह सब जल्द ही पूरा किया जाएगा। उन्होंने गम्हरिया अंचल अधिकारी को राहत पहुंचाने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश भी दिया।
क्या कह रहे हैं मजदूर?
मजदूरों का कहना है कि टायो कंपनी द्वारा उनका फाइनल सेटलमेंट नहीं किया गया, जिससे उन्हें असुविधा हो रही थी। वे फ्लैट में रहने को मजबूर थे, जो काफी खतरनाक स्थिति में थे। हालांकि, अब पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के हस्तक्षेप से उन्हें उम्मीद है कि उनके साथ इंसाफ होगा।
क्या उम्मीद है अब?
चंपाई सोरेन ने भरोसा दिलाया है कि मजदूरों को नया फ्लैट मिल जाएगा और उनका मुआवजा भी तय किया जाएगा। इसके अलावा, वह टाटा प्रबंधन से और बातचीत करेंगे ताकि इस मामले का समाधान निकाला जा सके। फिलहाल, बुधवार को टाटा प्रबंधन से वार्ता तय हो चुकी है, जो इस विवाद का समाधान ढूंढने की कोशिश करेगा।
इतिहास और उम्मीदें
गम्हरिया में यह घटना कोई पहला हादसा नहीं है। इससे पहले भी इस इलाके में कई घटनाएं घट चुकी हैं, जो मजदूरों की हालत को लेकर चिंता का विषय रही हैं। लेकिन इस बार, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का हस्तक्षेप मजदूरों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है। मजदूरों को अब उम्मीद है कि उनके साथ न्याय होगा और उन्हें उनके हक मिलेंगे।
गम्हरिया के टायो आवासीय सेक्टर के फ्लैट गिरने का यह मामला अब तक के सबसे बड़े मजदूर अधिकार संघर्षों में से एक बन चुका है। चंपाई सोरेन के इस हस्तक्षेप से मजदूरों को इंसाफ की उम्मीद जगी है। यह देखने वाली बात होगी कि आगे क्या कदम उठाए जाएंगे और मजदूरों को कब तक नया फ्लैट और मुआवजा मिलेगा।
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