Chandigarh Meyar Election 2025: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में गठबंधन को हराकर बीजेपी की हरप्रीत बबला को मिली जीत, जानिए कैसे हुआ उलेटफर
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में बीजेपी की जीत हुई है। चुनाव में कांग्रेस दो सीट जीतने में सफल रही तो वहीं आम आदमी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली।
Chandigarh Meyar Election 2025: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन को तगड़ा झटका देते हुए बीजेपी की हरप्रीत बबला पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ की नई मेयर चुनी गई है। तीन पदों पर हुए चुनाव में बीजेपी को एक सीट जबकि कांग्रेस दो सीट जीतने में सफल रही तो वहीं आम आदमी पार्टी शून्य रही। चुनाव में बीजेपी ने हरप्रीत कौर बबला को अपना उम्मीदवार बनाया था। कांग्रेस के जसबीर सिंह बंटी को सीनियर डिप्टी मेयर और तरुणा मेहता ने डिप्टी मेयर पद पर जीत हासिल की है।
कौन है बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला :
हरप्रीत कौर बबला दूसरी बार की पूर्व पार्षद है। वह सेना के रिटायर्ड कर्नल की बेटी है। और पूर्व पार्षद देविंदर कौर की पत्नी है। हरप्रीत कौर बबला पहले काग्रेस में थीं अब वो बीजेपी में है। हरप्रीत कौर बबला का राजनीतिक सफर शानदार रहा है। उन्होंने देहरादून के कॉन्वेंट ऑफ जीजस एंड मैरी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। इन्होंने इतिहास में बीए और अंग्रेजी में एमए किया है।
जानकारी के मुताबिक चुनाव में हरप्रीत कौर बबला को 16 वोट मिले थे जबकि गठबन्धन की प्रेमलता को 17 वोट मिले थे। लेकिन क्रास वोटिंग के तीन वोट हरप्रीत कौर बबला को अधिक मिले। जिसकी वजह से उनकी जीत हुई।
जीत के बाद हरप्रीत कौर बबला ने क्या कहा :
आपको बता दें कि इस बार मेयर पद के लिए महिला पद आरक्षित था। जबकि पिछली बार पुरुष पद आरक्षित हुआ था। चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने गठबंधन करके प्रेमलता को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। जबकि बीजेपी अकेले चुनावी मैदान में thim और उसने दो बार की पार्षद रह चुकी हरप्रीत कौर बबला को अपना उम्मीदवार बनाया। जिन्होंने शानदार जीत हासिल की। इस चुनाव में एक बात खास रही कि सिर्फ तीन सीट सदन में रखने वाली कांग्रेस के सीनियर डिप्टी मेयर का पद हाथ लगा। कांग्रेस उम्मीदवार जसबीर सिंह बंटी को 19 वोट मिले। वहीं उनके मुकाबले बीजेपी की विमला दुबे को 17 वोट ही मिले। जीत के बाद नई मेयर हरप्रीत कौर बबला ने कहा कि हमें पता था कि इस बार जीत हमें मिलेगी। क्योंकि मेयर कुलदीप कुमार ने लूट मचाकर रखी थी। ये लोग सिर्फ खुद का खजाना भरने में लगे थे। इनके व्यवहार से पार्षद भी नाराज थे।
किसने डाला पहला वोट :
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में पहला वोट कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने डाला। इसके बाद वोटिंग का सिलसिला जारी रहा। इसी बीच मेयर कुलदीप कुमार भी वोट डालने पहुंचे थे। जिन्हे हाईकोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी। क्योंकि उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। यह चुनाव सिक्रेट बैलेट के माध्यम से हुआ। सभी मतदाताओं को आदेश था कि वो अपने बैलेट पेपर का अगला हिस्सा किसी को नहीं दिखायेंगे। वोटिंग के दौरान मोबाइल और कैमरे ले जाने पर सख्त पाबंदी थी। आपको बता दें कि 35 सदस्यों वाले चंडीगढ़ नगर निगम में बीजेपी के साथ 16 पार्षद थे। वहीं आम आदमी पार्टी के साथ 13 और कांग्रेस के साथ 6 पार्षद थे। चुनावी प्रक्रिया सुबह 11 से शुरू हुई थी।
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