Bhilai Celebration: क्रिश्चियन कम्युनिटी चर्च में धूमधाम से मनाया गया 76वां गणतंत्र दिवस
भिलाई के सेक्टर 6 में स्थित क्रिश्चियन कम्युनिटी चर्च ने 76वें गणतंत्र दिवस पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया। जानें, इस खास मौके पर क्या हुआ और कैसे बच्चों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
भिलाई: सेक्टर 6 स्थित क्रिश्चियन कम्युनिटी चर्च ने 26 जनवरी 2025 को 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक भव्य और प्रेरणादायक समारोह का आयोजन किया। चर्च के इस कार्यक्रम में राष्ट्रभक्ति और सामुदायिक एकता की झलक देखने को मिली। बड़ी संख्या में श्रद्धालु, चर्च के पास्टर, पंचायत सदस्य और बच्चे इस ऐतिहासिक दिन का हिस्सा बने।
कार्यक्रम की शुरुआत और तिरंगा सम्मान
समारोह की शुरुआत चर्च पंचायत अध्यक्ष और पास्टर इंचार्ज द्वारा प्रार्थना के साथ हुई। इसके बाद चर्च के बोर्ड अध्यक्ष श्री निर्मल कुजूर ने तिरंगे का ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान की गूंज ने समस्त उपस्थित लोगों के मन में देशभक्ति की भावना को और अधिक प्रबल कर दिया।
चर्च का इतिहास
भिलाई में स्थित यह चर्च न केवल आध्यात्मिक गतिविधियों का केंद्र है, बल्कि यह समय-समय पर समाज में जागरूकता और एकता का संदेश देने वाले आयोजनों के लिए भी जाना जाता है। क्रिश्चियन कम्युनिटी चर्च का यह गणतंत्र दिवस समारोह उसी परंपरा का हिस्सा है, जो राष्ट्रप्रेम और सामुदायिक सहयोग को बढ़ावा देता है।
बच्चों के लिए विशेष आयोजन
इस दिन को खास बनाने के लिए चर्च ने संडे स्कूल के बच्चों के लिए विशेष मिठाइयों का वितरण किया। बच्चों के चेहरों पर उमंग और उत्साह ने इस आयोजन को और भी जीवंत बना दिया।
इसके साथ ही चर्च के बोरसी केंद्र में बच्चों के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जहां उन्होंने अपनी रचनात्मकता और कौशल का अद्भुत प्रदर्शन किया। यह प्रतियोगिता बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ उनकी प्रतिभा को निखारने का एक बेहतरीन प्रयास था।
रेव. अर्पण तरुण का प्रेरणादायक संबोधन
इस खास मौके पर चर्च के पास्टर रेव. अर्पण तरुण ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “गणतंत्र दिवस केवल एक पर्व नहीं है, बल्कि यह हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को याद दिलाने का दिन है। हमें अपने देश की अखंडता और समृद्धि के लिए समर्पण के साथ काम करना चाहिए। यह दिन हमें राष्ट्र के प्रति हमारे प्रेम और कर्तव्य का प्रतीक है।”
सामुदायिक एकता का संदेश
चर्च का यह आयोजन सामुदायिक एकता, प्रेम और देशभक्ति का प्रतीक बनकर उभरा। इस अवसर पर चर्च ने यह संदेश दिया कि आस्था और देशभक्ति एक-दूसरे के पूरक हैं। चर्च के सभी श्रद्धालुओं ने यह प्रण लिया कि वे अपने राष्ट्र की प्रगति और अखंडता के लिए ईश्वर की कृपा और अपनी मेहनत से योगदान देंगे।
समारोह का समापन और भविष्य की कामना
कार्यक्रम का समापन प्रार्थना और राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ हुआ। उपस्थित सभी लोगों ने वंदे मातरम के गगनभेदी जयघोष के साथ इस ऐतिहासिक दिन को और खास बना दिया।
गणतंत्र दिवस का महत्व और इतिहास
भारत में गणतंत्र दिवस को संविधान के लागू होने की स्मृति में मनाया जाता है। 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ, जिसने हमें एक लोकतांत्रिक और स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। यह दिन हर भारतीय के लिए गौरव का प्रतीक है।
What's Your Reaction?