Bhilai Kavi Sammelan: नव वर्ष पर गीतों-ग़ज़लों की रंगीन शाम, श्रोताओं ने जमकर लूटी वाहवाही!

भिलाई के रशियन कॉम्प्लेक्स में 'एकत्र' संस्था द्वारा नव वर्ष के उपलक्ष्य में काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। जानिए कैसे शायरों और कवियों ने इस शाम को यादगार बनाया।

Jan 5, 2025 - 18:25
 0
Bhilai Kavi Sammelan: नव वर्ष पर गीतों-ग़ज़लों की रंगीन शाम, श्रोताओं ने जमकर लूटी वाहवाही!
Bhilai Kavi Sammelan: नव वर्ष पर गीतों-ग़ज़लों की रंगीन शाम, श्रोताओं ने जमकर लूटी वाहवाही!

भिलाई: नव वर्ष के अवसर पर भिलाई के रशियन कॉम्प्लेक्स, सेक्टर 7 में एक यादगार साहित्यिक महफ़िल का आयोजन किया गया। साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था 'एकत्र' द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश के नामी कवियों, शायरों और ग़ज़लकारों ने अपने सुरों और शब्दों से समां बांध दिया।

शायरी और कविताओं से सजी अनोखी शाम

4 जनवरी 2025 को हुए इस भव्य आयोजन में अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार, लेखक और पूर्व कमिश्नर त्रिलोक महावर ने की। वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय शायर मुमताज़ भाई ने अपनी ग़ज़लों से मंच पर चार चांद लगा दिए।

कार्यक्रम में शायरों और कवियों ने ऐसी प्रस्तुतियां दीं, जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। हाजी रियाज खान, यूसुफ़ सागर, मुमताज़ भाई, रामबरन कोरी 'कशिश', डॉ नौशाद अहमद सिद्दीकी, डॉ बीना सिंह, शबा ख़ान और सुप्रसिद्ध कवियत्री शुचि भवि ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी।

'एकत्र' के संयोजन में सजी अद्भुत महफ़िल

इस कार्यक्रम का संयोजन महेश कुमार विनोदिया ने किया, जबकि मंच संचालन शुचि भवि ने अपनी एक ग़ज़ल से महफ़िल की शुरुआत करते हुए किया। उनके शब्दों की गहराई और अदायगी ने समां बांध दिया।

त्रिलोक महावर का संदेश – प्रेम और भाईचारे का आह्वान

अंत में अध्यक्ष त्रिलोक महावर ने सभी रचनाओं की समीक्षा करते हुए अपनी कविता प्रस्तुत की। उन्होंने नव वर्ष के अवसर पर प्रेम और भाईचारे का संदेश देते हुए कहा:

"प्रेम अनमोल है। नया साल सबके लिए प्रेममयी हो। सभी प्रेम से लबालब रहें, खुश रहें, आनंदित रहें।"

इतिहास और महत्व

काव्य गोष्ठियों का भारतीय साहित्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। मुगलकाल से लेकर आज तक काव्य और शायरी भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। भिलाई में आयोजित यह महफ़िल उसी परंपरा का एक आधुनिक स्वरूप है, जहां साहित्य प्रेमियों को रचनात्मकता का आनंद मिला।

फेसबुक पर लाइव प्रसारण

इस शानदार कार्यक्रम का फेसबुक लाइव प्रसारण भी किया गया, जिससे दूरदराज के साहित्य प्रेमी भी इसका आनंद उठा सके।

विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाई शोभा

इस अवसर पर मनोहर लाल, हरिकिशन सिंह केन, डॉ ए के सिंह, बी आर वर्मा, डॉ शैलेंद्र श्रीवास्तव, मधु विनोदिया, गीता लाल, जयंत भोसले और ऋषभ राज विनोदिया जैसे गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।