Sant Nandlal Smriti Vidya Mandir: दादा-दादी दिवस पर बच्चों ने बुजुर्गों के साथ किया अनोखा जश्न!

संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर के प्राइमरी विंग में दादा-दादी दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। जानें इस दिलचस्प और उत्साही कार्यक्रम में बच्चों ने बुजुर्गों के साथ कैसे खास पल बिताए।

Jan 31, 2025 - 15:41
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Sant Nandlal Smriti Vidya Mandir: दादा-दादी दिवस पर बच्चों ने बुजुर्गों के साथ किया अनोखा जश्न!
Sant Nandlal Smriti Vidya Mandir: दादा-दादी दिवस पर बच्चों ने बुजुर्गों के साथ किया अनोखा जश्न!

संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर के प्राइमरी विंग में आज एक बेहद खास और उत्साही कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसे दादा-दादी दिवस के रूप में मनाया गया। यह दिन बुजुर्गों के प्रति सम्मान और उनके साथ जुड़े भावनात्मक रिश्तों को उजागर करने का अद्भुत अवसर बना। कार्यक्रम में जहां एक ओर बच्चों और बुजुर्गों के बीच का प्यार और स्नेह दिखा, वहीं दूसरी ओर यह आयोजन विद्यालय के प्रबंधन और शिक्षकों के द्वारा बुजुर्गों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का भी एक शानदार तरीका था।

कार्यक्रम की शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि, संयुक्त सचिव श्री शिवकुमार देवड़ा, विद्यालय की प्रशासिका शोभा गनेरीवाल, प्राचार्या श्रीमती नीलकमल सिन्हा, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य श्री निर्मल झुनझुनवाला, शैक्षणिक प्रभारी श्री सत्यरंजन दत्ता और शिक्षक प्रभारी श्री अनूप कुमार पटनायक द्वारा दीप प्रज्वलन और फल की टोकरी भेंट करके की गई। इसके बाद, विद्यालय प्रांगण में सभी दादा-दादी और नाना-नानी का तिलक करके स्वागत किया गया।

बुजुर्गों की महत्वपूर्ण भूमिका

कार्यक्रम के दौरान, प्राचार्या श्रीमती नीलकमल सिन्हा ने बुजुर्गों के जीवन में महत्व और उनके अनुभवों की सार्थकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों का जीवन हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत होता है और उनका योगदान किसी भी परिवार में अतुलनीय है। मुख्य अतिथि श्री शिवकुमार देवड़ा ने परिवार में दादा-दादी और नाना-नानी के महत्व के बारे में विस्तार से बात की और बताया कि उनका प्यार और मार्गदर्शन बच्चों के जीवन में स्थायी प्रभाव छोड़ता है।

बच्चों द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियाँ

कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों ने एलकेजी और यूकेजी की रंगीन प्रस्तुति दी, जिसमें नृत्य और गीत के माध्यम से बच्चों ने अपने दादा-दादी के प्रति प्रेम का इज़हार किया। इसके बाद, कक्षा तृतीय से पंचम तक के बच्चों ने एक लघु नाटक का मंचन किया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें पारिवारिक रिश्तों और उनके महत्व को खूबसूरत तरीके से दर्शाया गया।

मजेदार गतिविधियाँ और प्रतियोगिताएँ

बच्चों ने अपने दादा-दादी और नाना-नानी के साथ बहुत सी मजेदार गतिविधियों में भाग लिया। इनमें मनोरंजन खेल, प्रश्नोत्तरी और रैंप वॉक जैसी प्रतियोगिताएँ शामिल थीं। रैंप वॉक के दौरान बच्चों और बुजुर्गों ने मिलकर अपने रैंप पर जलवे दिखाए। इस प्रतियोगिता को श्रीमती गुरदीप कौर, श्रीमती सायोनी दास और श्रीमती जाॅली प्रधान ने जज किया।

पुरस्कार वितरण और फोटो सेशन

कार्यक्रम के अंत में, सफल प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए और इस खुशहाल अवसर को और खास बनाने के लिए सभी ने दादा-दादी के साथ फोटो सेशन किया। यह कार्यक्रम हर किसी के लिए यादगार बन गया और बच्चों ने इस अवसर का पूरा लाभ उठाया, जो उनके लिए न केवल मजेदार था, बल्कि उन्होंने बुजुर्गों के साथ अपने रिश्ते को भी मजबूत किया।

कार्यक्रम का समापन

कार्यक्रम का समापन विद्यालय की उप-प्रभारी श्रीमती सोमा दत्ता के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम को समाप्त किया गया। इस दौरान सभी ने कार्यक्रम की सफलता के लिए आभार व्यक्त किया।

इस आयोजन को सफल बनाने में प्राइमरी विंग की शिक्षिकाओं के अलावा विद्यालय के शिक्षक श्री सोमनाथ दे, श्री विद्युत वरण चंद्र, श्री एस. एन मुखर्जी, श्री विश्वनाथ दत्ता और शिक्षिका श्रीमती नीलिमा सरकार का भी योगदान रहा।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।