Jharkhand Workers: 9.65 लाख से अधिक श्रमिकों के लिए खुशखबरी, मिलेगा 4000 रुपए का स्वास्थ्य लाभ
झारखंड में पंजीकृत 9.65 लाख से अधिक भवन एवं निर्माण श्रमिकों के लिए खुशखबरी! अब उन्हें साल में एक बार 4000 रुपए तक का स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। जानिए इस नई योजना के बारे में विस्तार से।
रांची:झारखंड में पंजीकृत 9.65 लाख से अधिक भवन और अन्य निर्माण श्रमिकों के लिए एक नई खुशखबरी सामने आई है। राज्य सरकार इन श्रमिकों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए एक नई योजना लाने जा रही है। इस योजना के तहत श्रमिकों को साल में एक बार 4000 रुपए तक की स्वास्थ्य जांच मुफ्त में कराई जाएगी। इसके साथ ही, इन्हें 15 से अधिक बीमारियों की जांच के लिए एक विशेष बीओसी हेल्थ कार्ड भी जारी किया जाएगा। यह योजना राज्य के निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बीओसी हेल्थ कार्ड से श्रमिकों को मिलेगा लाभ
यह बीओसी हेल्थ कार्ड उन श्रमिकों को मिलेगा, जो झारखंड में पंजीकृत हैं और जिनकी संख्या वर्तमान में 9,65,752 है। कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को स्वास्थ्य जांच के लिए 15 से अधिक बीमारियों की निशुल्क जांच सुविधा दी जाएगी। स्वास्थ्य जांच में प्रमुख रूप से रक्तचाप, शुगर, और अन्य सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं की जांच शामिल होगी। इसके अलावा, इस कार्ड के तहत श्रमिकों को इलाज और दवाइयों पर भी लाभ मिल सकता है।
हजारीबाग में बनेगा सबसे ज्यादा हेल्थ कार्ड
राज्य में यह योजना लागू होने के बाद हजारीबाग जिले में सबसे ज्यादा बीओसी हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे। हजारीबाग में इस योजना के तहत 1,36,151 कार्ड बनाए जाने की संभावना है। इसके बाद चतरा, रामगढ़ और रांची जैसे जिले हैं, जहां बड़ी संख्या में श्रमिकों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
किस जिले में कितने हेल्थ कार्ड बनेंगे?
हर जिले में श्रमिकों की संख्या के आधार पर हेल्थ कार्ड जारी किए जाएंगे। योजना के मुताबिक, यहां कुछ जिलों की सूची दी गई है, जहां सबसे ज्यादा और सबसे कम कार्ड बनाए जाएंगे:
- हजारीबाग: 1,36,151 कार्ड
- चतरा: 1,03,909 कार्ड
- रामगढ़: 71,395 कार्ड
- रांची: 50,124 कार्ड
- गोड्डा: 49,833 कार्ड
- धनबाद: 49,241 कार्ड
- जामताड़ा: 4,472 कार्ड
इस सूची में सबसे कम कार्ड जामताड़ा जिले में बनेंगे, जबकि हजारीबाग जिले में सबसे ज्यादा कार्ड बनाए जाएंगे।
अन्य श्रमिक कल्याण योजनाएं भी जारी
इस हेल्थ चेकअप योजना के अलावा, झारखंड सरकार ने भवन और निर्माण श्रमिकों के लिए कई अन्य योजनाएं भी शुरू की हैं। इनमें श्रमिक औजार सहायता, साइकिल सहायता, निर्माण कर्मकार मृत्यु एवं दुर्घटना सहायता, मेधावी पुत्र एवं पुत्री छात्रवृत्ति जैसी योजनाएं प्रमुख हैं। इसके अलावा, श्रमिकों के लिए पेंशन योजना, निशक्तता पेंशन, परिवार पेंशन और अनाथ पेंशन जैसी योजनाएं भी लागू की गई हैं, जो उनके परिवार की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं।
आर्थिक सुरक्षा और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बड़ा कदम
झारखंड सरकार का यह कदम श्रमिकों को स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा देने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। भवन और निर्माण श्रमिकों का जीवन बहुत ही कठिन और जोखिम से भरा होता है। अक्सर, इन श्रमिकों को काम के दौरान चोटें आती हैं और उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। ऐसे में इस नई योजना से श्रमिकों को अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने का एक बेहतरीन अवसर मिलेगा, और वे बेहतर जीवन जीने के लिए समर्थ होंगे।
प्रस्ताव पर काम जारी
यह योजना अभी प्राधिकृत समिति और वित्त विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद कैबिनेट से एप्रूव कराई जाएगी। झारखंड श्रम विभाग ने इसके लिए एक श्रमाधान पोर्टल तैयार किया है, जिसमें श्रमिकों की संख्या दर्ज की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करना और उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है।
झारखंड सरकार की यह स्वास्थ्य योजना भवन और निर्माण श्रमिकों के लिए एक स्वागत योग्य कदम है। अगर यह योजना सही तरीके से लागू होती है, तो यह श्रमिकों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। विशेष रूप से हेल्थ कार्ड के माध्यम से उनकी स्वास्थ्य जांच की प्रक्रिया आसान हो जाएगी, और वे अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक हो सकेंगे। इसके साथ ही, यह योजना अन्य श्रमिक कल्याण योजनाओं को भी मजबूती प्रदान करेगी, जो श्रमिकों को उनके कामकाजी जीवन में सुरक्षा और समर्थन देने में सहायक होगी।
आप इस योजना के बारे में क्या सोचते हैं? क्या यह झारखंड के श्रमिकों के लिए एक सकारात्मक कदम है? नीचे कमेंट करके अपनी राय जरूर साझा करें।
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